
शहीद रमेश चंद्र के दाह संस्कार के समय SDM भावना विमल के करीब 2 km दूर गाड़ी में बैठे रहने से आक्रोषित जनता के बाद खुद को बचाते हुए निर्दोष लेखपाल कौशलेन्द्र सिंह को कागज की धार से मार दिया गया है?
सूत्र बताते है कि लेखपाल के निलंबन की वजह सिर्फ यह है कि लेखपाल ने शहीद रमेश चंद्र के शव आने की सूचना उच्च अधिकारियो को नहीं दी थी. तब आपको बताना नितांत आवश्यक है ज़ब किसी जिले के सेना के जवान की मौत होती है तो जवान के संबंधित थाने को या उस जिले के जिलाधिकारी या उस स्तर के सक्षम अधिकारी को वायरलेस या फोन Call से सूचना दी जाती है. अब यह किसने बता दिया कि सेना कि तरफ से लेखपाल को सूचना दी जाती है ओर लेखपाल उच्चधिकारियो को सूचना देता है।यह सिर्फ जनता को गुमराह करने जैसा है।
SDM भावना विमल द्वारा जनता के आक्रोश को शांत करने के लिए लेखपाल को निशाना बनाते हुए निलंबित कर दिया गया है वही लेखपाल पर कई आरोप और भी लगाए गए है।जिनमे सच्चाई हो सकती है परन्तु निलंबित करने की प्रक्रिया अभी क्यों…!!
लेखपाल पर इल्जाम इतने कि फांसी हो जाये!
SDM भावना विमल द्वारा निलंबन के कारणों को इतना गिनाया गया है कि पढ़ने पर ही प्रतीत हो रहा है कि जनता द्वारा सलामी की मांग की खिझ लेखपाल पर CRPC, IPC, BNS, सारी बिधाओं में कार्यवाही की गई है.पत्र इस समय सोशल मिडिया पर पानी की तरह तैर रहा है. जिस पत्र को पढ़ कर आम नागरिक भी सोचने पर मजबूर है कि इतनी कमियां होने के बाद भी लेखपाल का निलंबन शहीद की चिता के सहारे SDM कर रही है। बेहद अफ़सोस जनक है!
यही सारे आरोप SDM साहिबा की तरफ नजर रखे हुए है. क्योंकि शहीद के परिजनों की मांग थी सिर्फ सालमी में SDM क्यों नहीं मौजूद थी…..
👉शहीद के परिवार से माफ़ी मांग कर भी काम हो सकता था. लेकिन साहब तो साहब ठहरे….माफ़ी तो दूर है… खुद भी शहीद के शरीर से नफ़रत करती देखी गई…. दूर गाड़ी में बैठी रही..!!
जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह को चाहिए कि!!👇
जिलाधिकारी के लिए यह भी जरुरी हो सकता है कि उक्त अधिकारी को हटा कर सक्षम अधिकारी की पोस्टिंग की जा सकती है. क्योंकि SDM भावना विमल को पहले भी सदर एटा तहसील से एक भ्रष्टाचार के मामले में हटाया गया था। राजनैतिक ताकत की रस्सी कितनी भी मजबूत हो लेकिन जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह के लिए मुश्किल नहीं है.आखिर SDM वेद प्रिय आर्य जैसे अधिकारी किनारे क्यों रखे गए है इस आसमानी सवाल का जवाब कोई नहीं दे रहा है!!
लेखपाल संघ कौशलेन्द्र सिंह के साथ 👇
गलत निलंवन को देखते हुए लेखपाल संघ की जलेसर शाखा ने कलम बंद हड़ताल की घोषणा की है. लेखपाल संघ का कहना है कि अगर लेखपाल कौशलेन्द्र सिंह का निलंबन बापिस नहीं हुआ तो 21/1/2025 से जलेसर तहसील के सभी लेखपाल काम नहीं करेंगे.
जल्द आएगी कब्र से निकल कर खबर!👇
यह भी जल्द खुलेगा 👇
जलेसर तहसील के एक बड़े काले सच को सामने लाएंगे. जिसमे जिले के बड़े अधिकारी भी शामिल है. तहसील जलेसर के अधिकारी भी गैर इरातन हत्या में शामिल है।
उस प्रकरण के खुलने पर बड़े अधिकारी पर गैर इरादातन हत्या का अपराध दर्ज होगा. क्या यह गलत नहीं कि एक निर्दोष कर्मचारी को इतना प्रताड़ित किया गया कि रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई।
पी एस राजपूत