एटा समाजसेवी “मनु” की अनोखी पहल गाँव-गाँव जाकर कर रहे हैं ग्रामीणजनों को टीबी रोग के प्रति जागरूक
*टीबी हारेगा-एटा जीतेगा,*
एटा-प्रधानमंत्री के एक महत्वपूर्ण अभियान टीवी मुक्त भारत को 2025 तक खत्म करने के मिशन के अंतर्गत माननीय मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश की 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के तहत समाजसेवी की एक अनोखी पहल गाँव-गाँव जाकर कर रहे हैं ग्रामीणजनों को टीबी रोग के प्रति जागरूक बता दें कि मा0 प्रधानमंत्री जी के द्वारा टीबी की बीमारी को पूरे देश से 2025 के अंत तक पूर्णरूप से टीबी मुक्त करने का एक मिशन चलाया गया इसी अभियान के अंतर्गत मुख्यमंत्री ने एक 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान पूरे प्रदेश में चलाया गया है इसी अभियान को देखते हुए समाजसेवी ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है वह गाँव- गाँव जाकर ग्रामीणजनों को टीबी रोग के लक्षणों के बारे में जागरूक कर रहें हैं उन्होंने कहा कि टीबी को हराने के लिए जागरूकता फैलाना जरूरी है 100 दिनों का अभियान हर व्यक्ति तक यह संदेश पहुँचाने का समय है- सही समय पर जाँच और उपचार से टीबी को हराया जा सकता है उन्होंने बताया कि बताया कि टीबी एक ऐसी बीमारी है, जिसके प्रति लोगों को जागरूक होना बहुत जरूरी है टीबी को खत्म करने के लिए कई उपचार पद्धतियों को भी खोजा गया है टीबी एक संक्रामक बीमारी है यह बीमारी एक प्रकार के माइक्रो बैकटेरियम ट्यूबरयुक्लोसिस बैक्टीरिया (जीवाणु) के कारण होती है टीबी अधिकतर फेफड़े पर ही असर करती है उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के महत्वपूर्ण टीवी मुक्त भारत अभियान में मेरे द्वारा जितना हो सकता है उतना योगदान करूँगा और जनपद को इस टीबी रोग से जड़ से खत्म करने में पूर्ण सहयोग करुँगा समाजसेवी मानवेन्द्र सिंह चौहान “मनु” लम्बे समय से इस महत्वपूर्ण अभियान के तहत जनपद में काम कर रहें,जिसमे उनके द्वारा बड़ी संख्या में टीबी रोगियों को गोद लिया हैं जिसमें बहुत मरीज पूर्ण रूप से ठीक भी हो चुके हैं,मनु आये दिन टीबी रोगियों के मध्य पहुंचकर उन्हें जागरूक कर रहे हैं। जिससे 2025 के अंत तक इस जनपद को टीबी मुक्त बनाया जा सके उन्होंने जनपद के लोगों से भी आव्हान किया है कि इस महत्वपूर्ण अभियान से जुड़े और जनपद से इस रोग को पूर्ण रूप से खत्म करें उन्होंने बताया है कि 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले और पिछले 05 वर्ष के टीबी रोगी और उनके परिवार के सदस्य या उनके सम्पर्क में आने वाले व धूम्रपान व कपोषित व्यक्तियों या मधुमेह से पीडित व्यक्तियों की बलगम एवं एक्सरे कराना अनिवार्य है ऐसे समस्त लोग अपनी-अपनी जाँच अवश्य करा लें यदि जांच कराने के उपरान्त किसी व्यक्ति को क्षय रोग निकलता है तो उस व्यक्ति का सरकार द्वारा निःशुल्क उपचार दिया जायेगा।