
अलीगढ़ 6 अक्टूबर
भगवान महर्षि वाल्मीकि जी ना होते तो अयोध्या के राजा श्री राम चन्द्र जी राजा से भगवान ना बने होते ठीक उसी प्रकार भीलनी के झूठे बेरों को लक्ष्मण जी को घृणा आ गई झूठे बेरों को ना खाकर उन्होंने उन्हे फैंक दिए थे, जिससे संजवनी बनी उसी संजीवनी बूटी से लक्ष्मण जी को प्राण मिले उक्त बातें मंजूर गड़ी में वाल्मीकि शोभा यात्रा कमेटी कि विशाल गोष्ठी को संबोधित करते हुए समिति के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश राज जीवन जी ने कहा कि इतना ही नहीं पूरा संसार जो आज दीपावली का पर्व बड़े हर्षोलास के साथ जो मनाता है, वह भी भगवान महर्षि वाल्मीकि जी कि संस्कृत लिखित रामायण कि ही देन है!!
श्री राजेश राज जीवन जी ने तालियों कि गड़गड़ाहट के बीच कहा कि प्रत्येक वाल्मीकि वस्तियों और आज इस विशाल सभा में युवायों में अपार उत्साह है, सभी बस्तियों से भव्य मन मोहक झांकीयों, मशहूर बैंड बाजे, काली मां, ढोल तांसा,घोड़े, ऊंट, डिस्को पार्टी, और पूज्यनीय बाबा सहाब जी कि शिक्षा पर आधारित भव्य झांकी आदि आ रही हैं, और सैंकड़ों सैंकड़ों कि संख्या में बुजर्ग, युवा, मां, बहन बेटियां बड़े उत्साह के साथ भाग ले कर अपनी एकता नहीं महान एकता का परिचय देंगी!!
अध्यक्षता वयोवृद्ध श्री गंगा राम वाल्मीकि जी ने कि कुशल संचालन मुख्य मेला इंचार्ज श्री महेन्द्र राठौर जी कर रहे थे!!
मेला मुख्य इंचार्ज श्री महेंद्र राठौर जी ने कहा कि भारत के हर कोने कोने में राम लीला का को मंचन हो रहा है, वह भी भगवान वाल्मीकि जी कि ही कृपा से ही हो रहा है, उन्होंने कहा कि 17 अक्टूबर को ऐतिहासिक भगवान महर्षि वाल्मीकि जी कि भव्य और विशाल शोभा यात्रा निकलने जा रही है, जिसमें आप सैंकड़ों कि संख्या में पहुंच कर अपनी महान एकता का परिचय दें!!
मेला के कार्य वाहक अध्यक्ष श्री विनोद कुक्कू, मुख्य संयोजक श्री शिशुपाल वाल्मीकि जी, महामन्त्री श्री हरि किशन चौहान जी, ने भी ओजस्वी भाषण रखते हुए कहा कि एक वर्ष में एक बार वाल्मीकि प्रकोत्सव आता है, उसमें वाल्मीकि एकता के साथ शोभा यात्रा में सहयोग न करें ऐसा ना हुआ है, और ऐसा नहीं होगा इस बार का मेला, मेला नहीं महा रेला होगा!!
इस अबसर पर मंजूर गड़ी बाल्मीकि बस्ती के सर्वश्री शीशपाल चौहान, दोदपुर से श्री रोहित वाल्मीकि, रामजीलाल वाल्मीकि, गंगा प्रसाद वाल्मीकि, जैक्सन वाल्मीकि, रामबीर सिंह, गोविंदा भाई, सुनील कुमार,अमन कुमार, मनोज बाबू, राकेश चौहान किशन लाल, महेश कुमार, विनोद वाल्मीकि, संजय वाल्मीकि, महाराज भाई, अनिल कुमार, सुनील कुमार, सोम प्रकाश ओम प्रकाश बबलू, दिलीप कुमार डीके, कन्हैया लाल, राजवीर, कुलदीप भाई, विनोद वाल्मीकि, डोरी लाल बाल्मीकि, रमेश वाल्मीकि, रामजीलाल, राजू बाबू, सतीश भाई, संजीत, शेखर कुमार, राजेंद्र प्रसाद, गरीब दास, और इस सभा में जमालपुर के राजेश कुमार, राजीव वाल्मीकि, विकास वाल्मीकि, विशाल,जीवन गढ़ से पुनीत वाल्मीकि, अक्षय वाल्मीकि, गंगा वाल्मीकि आज बड़ी संख्या में वाल्मीकि समाज के नौजवान बुजुर्ग और माताएं बहन बेटियां मौजूद थी!!