बुंदेलखंड में अंतर्कलह व गुटबाजी में फंसी बसपा, झांसी लोकसभा क्षेत्र से कौन होगा उम्‍मीदवार, जारी सस्पेंस.!!

!!.बुंदेलखंड में अंतर्कलह व गुटबाजी में फंसी बसपा, झांसी लोकसभा क्षेत्र से कौन होगा उम्‍मीदवार, जारी सस्पेंस.!!

बहुजन समाज पार्टी झांसी लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के चयन में फिलहाल उलझनों में फंसी दिखाई दे रही है। इस सीट पर उम्मीदवार को लेकर गुटबाजी और पार्टी नेताओं के बीच अंतर्कलह का मसला पार्टी की सुप्रीमो मायावती के संज्ञान में है। बसपा इस सीट पर अपने घोषित उम्मीदवार का टिकट काटकर उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। यह निर्णय खुद पार्टी सुप्रीमो मायावती ने लिया है। मायावती ने बसपा के स्थानीय पदाधिकारियों को वैकल्पिक उम्मीदवार का चयन करने का जिम्मा दिया है।
पार्टी के स्थानीय नेताओं के बीच गुटबाजी और अंतर्कलह का आलम यह है कि किसी नए उम्मीदवार के नाम पर सहमति तक नहीं बन पा रही है। ऐसे में सोशल इंजीनियरिंग के सहारे चुनावी लड़ाई को मजबूत बनाने की रणनीति में बसपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती उम्मीदवार का चयन और उसकी घोषणा करना है। बसपा ने झांसी सीट पर कुशवाहा समाज के वोटों की निर्णायक संख्या को देखते हुए राकेश कुशवाहा बरुआ को उम्मीदवार बनाया था। पार्टी ने राकेश की उम्मीदवारी की घोषणा की और चार दिन बाद टिकट काटकर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
आरोप-प्रत्यारोप में कटा टिकट
राकेश की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद विरोधी गुट ने पार्टी हाईकमान तक यह सूचना पहुंचाई कि कुशवाहा समाज के बहुत सारे लोगों में राकेश कुशवाहा को लेकर स्वीकार्यता नहीं है। यह भी आरोप लगाए गए कि राकेश कुशवाहा की समाजवादी पार्टी के नेताओं से अधिक करीबी है। दूसरी ओर पार्टी के भीतर राकेश कुशवाहा के समर्थक गुट का यह दावा है कि पार्टी मुखिया तक पुरानी बातों को मनगढ़ंत तरीके से पहुंचाया गया था। समर्थक गुट को उम्मीद है कि जिस प्रत्याशी का टिकट कटा है, उसे फिर से टिकट मिलेगा।
प्रत्याशी चयन में जुटी बसपा
इस पूरे मसले पर बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष बीके गौतम ने बताया कि झांसी लोकसभा क्षेत्र में कुशवाहा समाज की संख्या काफी है। समाज के तमाम लोगों ने कहा कि जिसे आपने कैंडिडेट घोषित किया है, उसके साथ समाज नहीं आ पायेगा। एक सप्ताह में प्रत्याशी को जिस तरह से क्षेत्र में जाना चाहिए था, वह नहीं गए। ये शिकायतें जब बहन जी के पास पहुंची तो टिकट कैंसिल किया। उनके पूर्व में जो सम्बन्ध रहे हैं और वर्तमान में भी वे पुराने ताल्लुकात नहीं छोड़ पा रहे थे, इसी को देखते हुए उन्हें पार्टी से निकालने का बहन जी ने निर्णय लिया। बहुत जल्द नए प्रत्याशी का चयन कर उम्मीदवारी की घोषणा कर दी जायेगी।
पूर्व जिलाध्यक्ष पार्टी से निष्कासित
राकेश कुशवाहा की उम्मीदवारी निरस्त करने के साथ ही पार्टी ने जिलाध्यक्ष जयपाल अहिरवार को पद से हटा दिया था। अब पार्टी ने पूर्व जिलाध्यक्ष जयपाल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पूर्व में पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे चंद्रदत्त गौतम को झांसी मंडल का प्रभारी बनाया गया है।
बसपा के प्रत्याशी चयन पर सबकी नजरें
झांसी लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी अब तक एक बार भी जीत हासिल नहीं कर सकी है। इस सीट पर 2024 की जंग के लिए कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य को उम्मीदवार बनाया है। उन्हें समाजवादी पार्टी का समर्थन हासिल है। भाजपा ने इस सीट पर वर्तमान सांसद अनुराग शर्मा को दुबारा मैदान में उतारा है। अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि प्रत्याशी चयन में उलझी बसपा का हाथी किस करवट बैठता है।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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