
गडकरी और राजनाथ सिंह का टिकट कटेगा, या टिकिट होगा तो उनको हराया जायेगा, या जीत कर आए तो मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी बनाया जाएगा,
आसान नहीं है गुजरात नागपुर को फतह कर पाएगा,
बीजेपी के कई कद्दावर चेहरे मोदी बर्फ में दफन हो चुके है।
चुप्पी है, खामोशी है लेकिन नारे गूंज रहे है अबकी बार 400 पार,
फिर इतने बड़े बेड़े में एक जयंत कील, पीले गमछे वाले जो कही भी हग देते हैं राजभर, संजय निषाद जो बेटो से आगे निकले नही, या अम्मा बेटी के अलग अलग पकती रोटियां अनुप्रिया पटेल की जरूरत है। सापेक्ष क्या मंदिर का उत्तर प्रदेश से 80 नहीं दे रहा।
इंडिया फालतू के गाल बजा बाजी में लगा है जबकि युद्ध का सही नियम कहता है कि अंदर की लड़ाई पर प्रहार और पकड़ हो, घोड़ा और और बजीर को घुसना पड़ेगा,
250< चेक एंड मेट
फिर वो प्यादे जो मोदी जय जय कार कर रहे है विकल्प सबसे पहले वो ही तलासेंगे।
मोदी मजबूत नही है ये सच है काउंटर फेल है, डिलेवरी बहुत कमजोर है।
राहुल बाबा की दादी ने ओबीसी एससी को जीवन भर चला वो इंसान 15 और 85 बोलकर जनता को चुटकले सुना रहा है।
खैर जो बोले सो निहाल