
चाहे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की बात कर दें या खण्ड शिक्षा अधिकारी की बात कर दें,
जिलाधिकारी की कार्रवाई के आदेश को नकारते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण मांग कर की इतिश्री..
अब सवाल ये उठता है कि अगर कार्रवाई के स्पष्ट आदेश जिलाधिकारी औरैया ने दिये थे
तो आखिर ऐसी क्या वजह रही शिक्षा विभाग के अधिकारी ने सम्बोधितों के खिलाफ नही की कार्रवाई
आपको बताते चलें उच्च प्राथमिक विद्यालय (कम्पोजिट) विघालय पैगम्बरपुर विकास खंड औरैया में बच्चों के भविष्य के साथ किया जा रहा था खिलवाड़, NEWS HOUR ने कमियों को बड़ी प्रमुखता से दिखाया था, ख़बर को संज्ञान में लेकर जिलाधिकारी महोदया नेहा प्रकाश ने विघालय का किया निरीक्षण कई खामियां पाई गई थी, जिलाधिकारी महोदया ने बीएसए को जांच कर कार्रवाई कर एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रेषित करने के दिये थे निर्देश,
जिलाधिकारी महोदया द्वारा विघालय निरीक्षण में कमियां को पाया गया, बीएसए की जांच में स्पष्टीकरण लेकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया,
जिलाधिकारी महोदया के निरीक्षण में कई खामियां पाई गई, लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई करने के बजाय उन कमियों को दबा दिया,जब कमियां मिली थी तो दोषियों को दंडित क्यो नही किया गया,
👉 जिलाधिकारी ने निरीक्षण में पाया कि अध्यापक पठन पाठन में रूचि नहीं ले रहे हैं
👉 जिलाधिकारी महोदया के द्वारा निरीक्षण में विघालय में छात्र संख्या नगण्य पाई गई, निरीक्षण के समय विघालय में मीनू के अनुसार खाना बना था किन्तु सब्जी की गुणवत्ता खराब पाई गई,
👉 जिलाधिकारी महोदया द्वारा निरीक्षण में विघालय में रंग रोगन रंगाई पुताई होना नही पाया गया,
जिसपर डीएम महोदया द्वारा उपर्युक्त कमियों पर निरीक्षण कर कार्रवाई करने का बीएसए को निर्देश दिया था,
बीएसए ने खण्ड शिक्षा अधिकारी से निरीक्षण कर तीन दिवस के अंदर रिपोर्ट प्रेषित करने को निर्देश दिया गया,
वही इस प्रकरण में खण्ड शिक्षा अधिकारी ने इन कमियों पर विघालय के सहायक अध्यापक से स्पष्टीकरण मांग लिया,
विघालय के अध्यापक द्रारा स्पष्टीकरण ये दिया गया कि इन कमियों को सुधार कर लिया जायेगा, आगे से ये कमियां नही पाई जायेंगी
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले गैर जिम्मेदार शिक्षकों पर कैसे और क्यो महबान हैं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,