कायाकल्प के नाम पर करोड़ो का नगर निगम में बंदरबाट करने की तैयारी..?
अब तक लगभग 9 करोड़ हो चुका है खर्च, पर नहीं बदली तस्वीर
नगर निगम के तीनों जोन में करना है कार्य सिंगरौली, नवजीवन बिहार ,ग्रामीण जोन
आचार संहिता से पहले करना चाहते हैं खेल..?
नई ताक़त न्यूज़ नेटवर्क
सिंगरौली।। कायाकल्प का अर्थ होता है किसी भी चीज को नया ताजा या ऊर्जा से भरपूर बनाने का कार्य करना है। लेकिन नगर निगम में ऐसा नहीं है यहां तो सिर्फ पैसे का बंदरबाट करने के लिए और चहेते ठेकेदार को काम देने के लिए एक ही टेंडर 10 करोड़ को लगाकर गोलमाल करने की तैयारी चल रही है सूत्र बताते हैं कि नगर निगम में 10 करोड़ का टेंडर कायाकल्प के तहत लगाया गया है यानी एक ठेकेदार को काम देने के लिए यह तैयारी की गई है वैसे तो कायाकल्प के तहत छोटे-छोटे टेंडर होने चाहिए था जिससे नगर निगम के तीनों जोन में अच्छा और सुंदर विकास कार्य हो सके लेकिन अभी तक लगभग 9 करोड़ खर्च करने के बाद भी वार्डों का और ना ही 3 जोन में से किसी जोन की तस्वीर बदली है।
एक बार फिर नगर निगम 10 करोड़ का टेंडर निकालने जा रहा है कायाकल्प की तहत नगर निगम क्षेत्र की तस्वीर बदलने के लिए अब तक कई करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं लेकिन स्वच्छता से लेकर सिविल तक स्टोर से लेकर वाहन विभाग तक में करोड़ों का घोटाला किया गया लेकिन कोई कार्यवाही ना होना जिम्मेदारों के द्वारा अनदेखा कर जाना आम जनता के भरोसे की हत्या करने के बराबर है।।
नगर निगम में सूत्र बताते हैं कि लगभग 30 प्रतिशत कमीशन चलता है यानी महापौर अध्यक्ष कमिश्नर से लेकर एसडीओ इंजीनियर तथा सभी अधिकारियों को कमीशन मिलता है जिस कारण नगर निगम में कोई भी अच्छा कार्य नहीं किया जा रहा है वही चहेते ठेकेदारों को काम देकर हिस्सेदारी लेने की चाहत में कायाकल्प की पैसे को भी बंदरबाट करने की नगर निगम के अधिकारी लगे है।
अगर कायाकल्प के तहत छोटे-छोटे टेंडर लगते तो सैकड़ो ठेकेदार नगर निगम में काम करते और शहर में अच्छा कार्य होता और दिखता भी लेकिन ठेकेदारों से अच्छी सेटिंग के कारण निगम के अधिकारियों ने सिर्फ कि चहेते ठेकेदार को काम देने के लिए 10 करोड़ का एक ही टेंडर लगवाया गया है ।।