सत्य तो ये है सुमन जेसे व्यक्ति को बहुत पहले ही राज्य सभा में सपा को भेजना चाहिए था । सुमन छात्र राजनीति से राजनीति में आपातकाल में दिखे । और जनता पार्टी से सांसद बने । तब हम सुमन कोसुनते और पढ़ते थे । वो ऐसा पहला राजेतिक व्यक्ति था जिसकी लिखी ही खबर हो ती थी । साथ ही वह तब के सभी अखबारों में स्वयं जा जाकर प्रेस में ही बैठकर अपनी बात लेटर हेड पर लिखा करते थे । उस समय कैसी भी खबर को वे फोन पर नहीं स्वयं जाकर प्रेस में देते थे । पत्रकार जितनी मेहनत करता था उतनी ही सुमन भी मेहनत करते दिखते थे ।
सुमन के राज्य सभा में पंहुचने से एक प्रखर वक्ता के रूप में मौजूद रहना आगरा को गौरव दिलाएगा । अटल की याद उनके भाषण से आती दिखेगी ।मेरी बधाई ।