देश- प्रदेश में बढ़ते अप्रशिक्षित पत्रकारों की संख्या से गिरता मीडिया का स्तर

देश- प्रदेश में बढ़ते अप्रशिक्षित पत्रकारों की संख्या से गिरता मीडिया का स्तर
प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक तथा डिजिटल मीडिया से जुड़े हुए पत्रकारों के क्रियाकलापों एवं पत्रकारिता कार्य में कितना प्रशिक्षित है इसकी जांच कराएगी भारतीय मीडिया फाउंडेशन
आगामी लोकसभा के चुनाव को सकुशल कराने एवं देश में शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए केंद्र सरकार एवं भारत निर्वाचन आयोग पत्रकारों की तय करें भूमिका— एके बिंदुसार संस्थापक भारतीय मीडिया फाउंडेशन ।

वाराणसी कार्यालय

रिपोर्ट सत्यदेव पांडे बीएमएफ ब्यूरो चीफ सोनभद्र
भारतीय मीडिया फाउंडेशन की ओर से जारी बयान में भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एवं केंद्रीय मैनेजमेंट अफेयर्स कमेटी के केंद्रीय अध्यक्ष एके बिंदुसार ने कहा कि देश- प्रदेश में पत्रकारों की संख्या बड़े ही तेजी के साथ बढ़ रही है अप्रशिक्षित लोगों का पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश के कारण मीडिया की गरिमा धूमिल हो रही है।
उन्होंने कहा कि ऐसे अप्रशिक्षित लोगों की जांच होनी चाहिए जो किसी भी पत्रकार संगठन या अन्य मीडिया शिक्षा संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त किए बिना पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो भी अखबार न्यूज़ चैनल बिना प्रशिक्षित लोगों को पत्रकार बना रहे हैं आई कार्ड वितरित कर रहे हैं ऐसे समाचार पत्र पत्रिकाओं एवं न्यूज़ चैनलों के ऊपर भी जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए जिससे मीडिया धर्म की गरिमा बनी रहें।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आए दिन यह देखने को मिलता है कि पत्रकारों के द्वारा कई सरकारी कार्यालयों मैं धौंस जमाने एवं कई प्राइवेट संस्थानों जैसे मठ मंदिर अस्पताल विद्यालय आदि जगहों पर जाकर अवैध वसूली के साथ-साथ प्रतिमाह निर्धारित धन वसूली भी करने की घटनाएं सामने आ रही है जिससे आम जनता में पत्रकारों की गरिमा धूमिल हो रही हैं जो पूरे ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता मीडिया धर्म का पालन कर रहे हैं उनके कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रहा है बेवजह उन्हें भी बदनाम किया जा रहा है।
श्री एके बिंदुसार ने कहा कि इस पर कमेटी बनाकर सरकार को उचित कार्रवाई का व्यवस्था करना चाहिए।
उन्होंने केन्द्र सरकार एवं भारत निर्वाचन आयोग से मांग करते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की भूमिका तय होनी चाहिए जिससे मीडिया अपना कार्य पूरी पारदर्शिता से एवं सम्मान पूर्वक कर सकें चुनाव के दौरान जो पत्रकारों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है उस पर रोक लग सके।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले पत्रकार सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए इसके साथ-साथ प्रत्येक जनपद मुख्यालय पर मीडिया सेंटर की स्थापना किया जाए एवं पत्रकारों की जनगणना कराकर सभी पत्रकारों का बीमा किया जाए।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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