ठाकुर भानू प्रताप सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष भाकियू भानू जयचंद की भूमिका में
बड़ी बड़ी बाते करने वाले भानू ने सीएमओ कार्यालय की घेराबंदी मिठाई और लिफाफे लेकर छोड़ी
जब जब चोट की बात आई तब तब मैदान छोड़कर भागे भानू
रण छोड़ कहां जाऐ या सत्ता का दलाल
लखनऊ -उत्तर प्रदेश के पिछड़े जिलों में सुमार जनपद एटा में रण छोड़ ने किसानों का एक समूह बनाकर पिछड़े जाति के लोगों को मूर्खतापूर्ण अपने मकड़ा जाल में फंसाकर रखा है, खुद तो जयचंद है, और सामान्य जाति के है, जो पिछड़ी जातियों के किसानों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए एक मुछड़ पण्डित को गैंग में शामिल कर रखा है, भारत सरकार से किसानों के संगठनों की जब लड़ाई जारी थी,तब रड़ छोड़ ने किसानों का साथ छोड़ सरकार का दलाल बनना पसंद किया था,सब जानते है,रण छोड़ को लेकर जाति की ध्वाई देकर जयचंद भी तो इनकी जाति का था,इनकी तरह ही अकबर सरकार की दलाली कर रहा था,आज सरकार के दलाल ये है, अब आते हैं,मैन मुद्दे पर अचानक एक वीडियो वायरल होता है, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय घेरा बंदी करने का जिसमें बड़ी बड़ी बाते कही गई है, और किसानों को एकजुट कर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय घेरा गया,तब भी बड़े पैमाने पर सलमान जाफरी स्थापना बाबू ने काले धन से 150वीघा का बाग एवं उमेश कुमार त्रिपाठी मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नोयडा एवं अमापुर तथा लखनऊ काले धन से बने फ्लैटों पर योगी का बुलडोजर चलवाकर ही उठूंगा और साम होते होते लिफाफे और मिठाइयां चट करते ही सीएमओ के जिन्दाबाद के नारे लगना शुरू कर दिया,एक बार फिर रड़ छोड़ ने सावित कर दिया है, ब्लैक मनी को जब सरकार साफ न करें, तो खुद धोडी सी ब्लैक मनी लेकर चलते बनेने में फायदा जयचंदों का ही है,