
संदिग्ध रोहिंग्या मामला बिना जांच कराए ही दे दी जमीन, जांच शुरू
जमीन किराए पर देने वाले को दिया नोटिस
एटा। शीतलपुर में संदिग्ध रोहिंग्या के मामले में पुलिस की कई टीम अभी भी जांच नहीं कर सकी है। लंबें समय से यह परिवार यहां पर डेरा डाले हुए हैं। पुलिस की टीमों को यह भनक नहीं लग सकी। इससे पहले इसी कबाड़ में आग लग गई थी। इस आग को बुझाने के लिए दमकल और पुलिस की टीमें गई थी। उस समय किसी ने इस बात पर गौर नहीं किया। पुलिस ने जमीन मालिक को नोटिस जारी किया है।
शीतलपुर में बसे संदिग्ध रोहिंग्या को जमीन किराए पर देने वाले भूरा को पुलिस की ओर से नोटिस जारी किया गया है। बिना सूचना दिए तथा जांच किए इतनी बड़ी संख्या में लोगों को बसा लिया। भूरा को जमीन के बदले चार रुपया प्रतिमाह मिलता है। नोटिस का जबाव न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं पुलिस ने इस मामले की जांच आईबी और एलआईयू को दे दी। आईबी की टीमें इन लोगों से जानकारी कर रही है, जो लोग यहां पर रहते हुए मिले हैं उनकी आईडी चेक की गई तो पुलिस को संदिग्ध मिली थी।
पूछताछ में इन लोगों ने अपने आप को असम का बताया था। पुलिस की टीमें भी जुटी हुई हैं। अभी तक पुलिस को कोई और ठोस सुबुत हाथ नहीं लग सके। शहर के प्रमुख स्थानों से यह कबाड़े को खरीदते हैं। जिस स्थान पर यह लोग रह रहे है वहां पर भी काफी कबाड़ा मिला है। पुलिस की टीमें पिछले 24 घंटें से निगरानी कर रही है। मालूम हो कि एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने रविवार की शाम को शीतलपुर पहुंचकर चेकिंग कराई थी। इन लोगों के कब्जे जो आईडी कार्ड मिले थे वह संदिग्ध थे
बिना जांच किए जमीन को किराए पर देने वाले भूरा को नोटिस दिया गया है। बाहर के लोगों को बिना किसी जानकारी के बसा लिया गया। जांच पूरी होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विक्रांत द्धिवेदी, सीओ सिटी
पोल पर बांधकर सुखाते हैं मछली
एटा। जिस स्थान पर यह लोग रह रहे है वहां पर पोल लगा रखे है। पोल के ऊपर से सरिया बांध रखी है। उस पर मछलियों को टांग दिया है। इन पोलों पर मछलियों को सुखाते है। आसपास के लोगों को इन लोगों की हरकतों से काफी परेशानी होती है। कोई शिकायत इस संबंध नहीं हुई। स्थानीय लोगों को मछली की बदबू भी काफी आती है।