अखिलेश कुमार तिवारी की खास रिपोर्ट
नगर परिषद डभौरा में हुए भ्रष्टाचार की आज तक क्यों नहीं हुआ जांच इसके पीछे किसका हो सकता है हाथ?
मध्यप्रदेश लोकायुक्त से जांच करने की मांग

मध्य प्रदेश की रीवा जिले के डभौरा ग्राम पंचायत को नगर परिषद बनाया गया जिसमें ग्राम पंचायत मंगडौर ग्राम पंचायत अकौरिया ग्राम पंचायत कोटा ग्राम पंचायत गेदुरहा ग्राम पंचायत पनवार ग्राम पंचायत लटियार को सम्मिलित कर बनाया गया है यह सब पंचायते वनांचल एवं ग्रामीण पंचायतें थी और आज भी उसी स्थिति पर हैं इन स्थानों में जाने के लिए डभौरा से वन भूमि जंगल को लॉघकर पहुंचा जाता है नगर परिषद में शामिल कर दिया गया तथा प्रथम नगर परिषद के सीएमओ के पद पर केएन सिंह की तैनाती की गई वर्तमान में ज्ञानेंद्र मिश्रा सीएमओ डभौरा है नगर परिषद का चुनाव होने के बाद कई बार निर्वाचित पार्षदों द्वारा केएन सिंह के जमाने में किए गए भ्रष्टाचार की जांच के मांग को लेकर आंदोलन किया गया फर्जी नियुक्ति करने का भी आरोप लगाया गया निर्माण कार्य में घटिया निर्माण कार्य करने का आरोप लगाया गया सामान खरीदने के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा आज भी बताते हैं भ्रष्टाचार हो रहा है और तो और नगर परिषद डभौरा में शामिल ग्राम पंचायत पनवार में थाना के सामने सीएफटी केंद्र बना है हैंडपंप है केन्द्र के सामने शासकीय शौचालय है फिर भी पूर्व सीएमओ केएन सिंह के द्वारा प्राइवेट कमरे को किराया में कार्यालय लेकर कमीशन खोरी किया गया वर्तमान के सीएमओ के द्वारा भी निजी मकान को किराया में कार्यालय लेकर कमीशन के चक्कर में शासन को चूना लगाया जाता है आखिर यह किसके इशारे पर हो रहा है प्रदेश से लेकर केन्द्र तक में भाजपा की सरकार है फिर भी ऐसा कौन कर रहा है सोचने का विषय है और तो और नगर परिषद के जिला एवं संभाग के अधिकारियों के आंख में पट्टी बंधी हुई है आखिर क्यों? सोचने का विषय है इस भ्रष्टाचार की जांच पार्षदों के आंदोलन के बाद भी नहीं हो सका तो जिला प्रशासन कटघरे में नजर आ रहा है माननीय लोकायुक्त महोदय मध्यप्रदेश से मांग किया जाता है कि नगर परिषद डभौरा में हुए घोटाले की जांच टीम गठित कर कराया जाए ताकि भ्रष्टाचारी सलाखों के पीछे नजर आए और भ्रष्टाचार करने की हिम्मत ना कर सके।,