*अजब गजब कारनामे विकासखंड चितरंगी के आठ साल से घर बैठकर ले रहीं वेतन शिक्षिका * विभाग की मिली भगत से चल रहा बड़ा घोटाला

क्यों ना लिखूं सच। अनुपम कुमार द्विवेदी तहसील चितरंगी।
शिक्षक और शिक्षा के दम पर किसी की समाज की दशा और दिशा तय होती आइ है। विद्यालय में एक भी दिन उपस्थित हुए बिना वेतन उठा रहे शिक्षक। मामला चित रंगी विकास खण्ड के कन्या संकुल अंतर्गत शाला बे लौ ही का है जहां
प्राथमिक शाला में कार्यरत शिक्षिका पिछले 8 साल से विद्यालय में उपस्थित हुए बिना वेतन उठा रहीं हैं।
बताया गया कि उनकी मेडिकल कंडीशन ठीक नहीं है जिसके वज़ह से विद्यालय आए बिना सरकारी वेतन उठा रही है ।जिसमें संकुल प्राचार्य से ले कर विकास खंड स्तर और इससे ऊपर शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी लिप्त है।
सूत्रों के मुताबिक सभी अधिकारियों को बदले में मोटी रकम मिलती है जिसके वज़ह से सब मिल कर 8 साल से इतने बड़ी लीपा पोती को अंजाम दे रहे है।
अधिकारियों के पास इस मुद्दे का कोई ठोस उत्तर नहीं है।
सरकार शिक्षको के मानदेय मे लगातार बढोत्तरि कर रही है की देश का सुनहरा भविष्य इनके हाथो मे है लेकिन यहा स्थिति इससे इतर है। और इतना ही नही तीन तीन साल के बच्चों का दाखिला विद्यालय में कर दिया गया है जबकि तीन साल के बच्चों का दाखिला आगनवाड़ी में होता है अजब गजब कारनामे है
बता दे चितरंगी शिक्षा विभाग अतय्ंत लाचार है संकुल प्राचार्य हो या beo सब के सब अपने कार्यालय मे आराम फर्माते रहते है कभी निरिक्षण नही करते और ना ही कर्मचारियो पे इनकी अदप है। आए दिन विद्यालयों में कोई न कोई लीपापोती प्रकाश में आती ही है। उक्त विद्या लय के प्रभारी राजू कोल विद्यालय से गायब रहते है बदले में गांव का एक शिक्षित युवा सुनील साकेत विद्यालय चलाता पाया गया।अब देखना य़ह है विभाग कुछ कार्यवाही कर ता है या यू ही मामला चलता रहेगा।