बहनों ने भाईयों की कलाई में बाँधे प्रेम के धागे

तमकुहीराज / रक्षाबंधन एक ऐसा पवित्र त्योहार है जो भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है।इस दिन हर बहन अपने भाई की कलाई मे राखी की पवित्र डोर बाँध कर उसके लम्बी उम्र की कामना करती है।साथ ही हर भाई अपनी बहन की रक्षा तथा हर परिस्थिति मे उसका साथ देने का बचन देता है।हर साल की तरह इस वर्ष भी बहनों ने अपने भाइयों की कलाई मे प्रेम के धागे बाध कर उसके लम्बी उम्र की कामना की।हालांकि कोरोना की वजह से इस त्योहार मे सतर्कता बरती गई फिरभी बचाव के बीच भी इस त्योहार को लेकर भाईयों एवं बहनों मे अति उत्साह दिखा ।वही दूर दराज के गांवो शहरों से चलकर बहनें अपने भाई को राखी बाँधने उसके घर पहुंच गयी तो कही भाई अपने बहनों के प्रेम के वसीभूत होकर उसके घर राखी बधवाने पहुंचे।सोमवार को पूरे दिन मिठाइयों की दुकानों पर भी भीड़ देखी गई इसी तरह राखी की दुकानों पर भी यह भीड़ देखी गयी।भाई भीड़ होना लाजमी भी है क्यों कि यह भाई बहन का पवित्र त्योहार साल भर मे एकही बार तो आता है।और भाई वहन इस का इन्तजार वर्ष भर जो करते है।
तमकुहीराज कुशीनगर।