*आवारा पशुओ का आतंक रौंद रहे खड़ी फसलें, रिपोर्ट योगेश मुदगल

एटा/जैथरा , । आवारा आतंक से फसलों को बचाने के लिए किसान रात-रातभर जागकर काट रहे हैं। गोवंश के झुंड खेतों में घुस कर सर्वाधिक धान, बाजरा की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिससे किसान परेशान हैं।
शासनादेश के अनुसार मार्गों पर घूमने वाले गोवंशों को अभियान चलाकर 15 सितंबर तक गोशालाओं में संरक्षित किया जाना है। जिससे एक तरफ गोवंशों के कारण होने वाले हादसों पर रोक लगे और फसल संबंधी नुकसान होने से रोका जा सके। बाबजूद इसके मुख्य मार्गों, बाजारों से लेकर खेतों तक गोवंशों के झुंड़ भटक रहे हैं, जिससे आए दिन वाहन दुर्घटनाएं हो रही है। कई बार तो उनकी वाहनों के टक्कर से मौत भी हो रही है। इतना ही नहीं देहात क्षेत्रों में घूमने वाले गोवंशों के झुंड खेतों में घुस कर किसानों की फसलों को अपने पैरो तले रौंद कर बर्बाद कर रहे है। जिससे परेशान किसान दिन के अलावा रात-रातभर जागकर फसलों की रखवारी कर रहे है। आवारा गोवंशों के झुंड जैथरा,अवागढ़, वसुंधरा, सकीट, शीतलपुर, अलीगंज आदि क्षेत्रों में धान, बाजरा के अलावा सब्जी वर्गीय फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है।