गोवा काजू के अद्भुत स्वाद की महक हो – रोहित झांट्ये

‘एक जिला, एक उत्पाद’

काजू उत्पादन संपर्क कार्यक्रम

गोवा काजू के अद्भुत स्वाद की महक हो – रोहित झांट्ये

भारत ब्रॅण्ड के सिपाहियों को सलाम – मॅक वाझ

पणजी (करण समर्थ : आयएनएन भारत मुंबई) गोवा सरकारने स्थानिक उत्पादनों को सुचारू रूप से संचालित करने तथा राज्य में काजू उद्योग विकास के लिए महत्त्वपूर्ण उपाय योजनाओं को लागू किया है। गोवा काजू को भौगोलिक संकेत (जीआय) दर्जा प्रदान कर, मल्टिपरपज युनिटी मॉल की स्थापना के साथ एक तालुका एक उत्पादन योजना पर कार्रवाई जैसे उपक्रमों के माध्यम से स्थानिक अर्थ-व्यवस्था को मजबूती मिलेगी । और इसी के जरिए गोवा की समृद्ध सांस्कृतिक वारसा विश्व के सामने उभरकर आएगा, ऐसा विश्वास गोवा सरकार के उद्योग, व्यापार व वाणिज्य संचालनालय के निदेशक स्वेतिका सचान ने व्यक्त किए।

पणजी के इन्स्टीट्यूट मिनेजिस ब्रागांजा हॉल मे उद्योग, व्यापार व वाणिज्य संचालनालय द्वारा आयोजित ओडीओपी संपर्क कार्यक्रम को स्वेतिका सचान काजू उद्योगपति तथा किसानों को संबोधित कर रही थी। इस चर्चा सत्र में साथ में गोवा के अग्रणी काजू उद्योगपति रोहित झांट्ये, मॅक वाझ, हंसल वाझ तथा डॉ दिपक परब उपस्थित थे।

गोवा काजू उत्पादक संगठन अध्यक्ष रोहित झांट्ये ने, गोवा काजू से अपने परिवार के सौ वर्षों के इतिहास के बारे में जानकारी देते हुए गोवा काजू के नाम से बेचा जा रहा नकली काजू से स्वाद में सबसे बढ़ीया गोवा काजू बदनाम हो रहा है, इसपर चिंता व्यक्त की। अगर हमारे असली गोवा काजू के अद्भुत स्वाद की महक पर्यटकों को होगी तब वह गोवा काजू को अपनाएंगे और काजू उत्पादक फायदे में रहेंगे। वर्तमान में विश्व भर से कई देशों से गोवा काजू की मांग बढ़ रही है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ी है, ऐसे विचार व्यक्त किए।

केंद्र सरकार के वाणिज्य तथा उद्योग मंत्रालयाच्या उद्योग तथा अंतर्गत व्यापार संवर्धन विभाग व्दारा यह संपर्क कार्यक्रम वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट (ओडीओपी) योजना अंतर्गत आयोजित किया गया था।

अपने भाषण में, भारत ब्रॅण्ड के सिपाहियों को मेरा सलाम। हम सब मिलकर गोवा काजू, गोवा फेणी को अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बनाने केलिए प्रयास करें। यही हमारी ओर से अपने देश की भी सेवा होगी, ऐसे भावनात्मक शब्दों से गोवा फेणी के जाने-माने उत्पादक मॅक वाझ ने उपस्थितों का दिल जीत लिया।

उत्तर गोवा जिला के लिए ओडीओपी योजना में काजू को पहला उत्पाद, तो काजू से बनाई फेनी ड्रिंक को व्दितीय उत्पाद के तौर पर माना जाता है।‌ तो इसके विपरित दक्षिण गोवा जिला क्षेत्र मे फेणी को प्रथम उत्पादन और काजू को व्दितीय उत्पाद के तौर पर मान्यता प्राप्त है ।

आनेवाले नजदीक भविष्य में गोवा काजू को जीआय टॅग प्राप्त होगा। इस के लिए भारत सरकार ने सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर दी है। और इसी कारण गोवा के इस स्थानीय उत्पादन तथा विपणन के सुप्रसिद्ध ब्रॅण्डिंग का रास्ता साफ हो गया है, यह जानकारी निदेशक स्वेतिका सचान ने दि।

जीआय टॅग के कारण गोवा काजू की शान बढ़ेगी और साथ ही साथ नई बड़ी बाजार भी उपलब्ध होगी। इसके अलावा काजू उद्योग को बड़े मौके भी मिलेंगे ।

गोवा राज्य के विभिन्न हस्तकला, कला तथा सांस्कृतिक धरोहर का दर्शन करवाने के प्रयासों अंतर्गत राज्य सरकार अपने महत्वकांक्षी प्रकल्प युनिटी मॉल की स्थापना करने के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। इन युनिटी मॉल के माध्यम से सर्वसमावेशक रिटेल स्पेस में पर्यटकों को गोवा की सार्थक अनुभूति इन वन-स्टॉप डेस्टिनेशन से होगी।‌ एक जिला एक उत्पादन प्रकल्प के साथ युनिटी मॉल में स्थानिक कलाकुसर वस्तू तथा विभिन्न राज्यों के एम्पोरियम प्रदर्शनी के लिए भी जगह उपलब्ध कराई जाएगी।

स्थानीय उत्पादनों की व्याप्ती बढ़ाने की आवश्यकता को भांपते हुए गोवा सरकार ने एक तालुका एक उत्पादन योजना सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रयत्नशील है। इस उपक्रम व्दारा गोवा राज्य के हर तालुका क्षेत्र में विशेष कृषी उत्पादन तथा हस्तकला की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहन देना है। हर एक तालुका से संबंधित उत्पादों श्रेणींयों मे विविधता लाकर स्थानीय उद्योगों को बाज़ार उपलब्ध करवाना और राज्य में शाश्वत आर्थिक विकास को गतिमान बनाने के लिए सरकार प्रयत्नशील है।

इस ओडीओपी संपर्क कार्यक्रम का एक हिस्से के तौर पर, गोवा राज्य काजू तथा काजू से बननेवाली फेणी पेय उद्योग के प्रमुख उद्योजकों के सहभाग सह पॅनल चर्चा भी आयोजित की गई थी। इस चर्चा सत्र में गोवा वन विकास आयोग के नंदकुमार परब, उत्पादन शुल्क निरीक्षक शांबा नाईक तथा भौगोलिक संकेत (GI) नोडल अधिकारी, गोवा राज्य विज्ञान तथा तंत्रज्ञान परिषद के डॉ दीपक परब, गोवा काजू फेनी डिस्टिलर्स अँड बॉटलर्स असोसिएशन के अध्यक्ष गुरुदत्त भक्त, गोवा काजू उत्पादक संगठन अध्यक्ष रोहित झांट्ये तथा गोवा फेणी उत्पादक मॅक वाझ उपस्थित थे ।

काजू उत्पादक तथा फेनी उत्पादक की पॅनल चर्चा फलदायी होगी ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। इन दोनों संगठनों ने अपने अपने उद्योगों के समक्ष परेशानियों तथा अवसरों पर विस्तार से चर्चा की गई।

गोवा काजू फेनी डिस्टिलर्स अँड बॉटलर्स असोसिएशन के अध्यक्ष गुरुदत्त भक्तने सरकार की तरफ से उद्योग को सकारात्मक सोच से देखते अधिक से अधिक योजनाओं का आयोजन किया जाना चाहिए इसपर अपने विचार रखे।

इस कार्यक्रम में गोवा राज्य काजू तथा फेणी उत्पादनों का प्रतिकात्मक प्रदर्शनी ब लगाई गई थी।

पंतप्रधान नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टी से शुरू किया गया ओडीओपी उपक्रम का मूल उद्देश देशभर के सभी जिलों में संतुलित प्रादेशिक विकास को सुचारू रूप से संचालित करना यह है। उद्योगों के हर क्षेत्रों में सर्वांगीण सामाजिक-आर्थिक बढ़ावा देकर सभी घटकों को सक्षम करने के लिए देश के प्रत्येक जिले से (एक जिला – एक उत्पादन) एक उत्पादन का चुनाव करके उसके विकास के लिए ब्रँडिंग तथा प्रचार करना यह मुख्य उद्देश्य है।

About The Author

Team KNLS Live

Learn More →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपडेट खबर के लिए इनेबल करें OK No thanks