
कासगंज,महाकवि सन्त तुलसीदास साहित्यिक संस्थान सूकर क्षेत्र सोरो जनपद कासगंज द्वारा सूकर क्षेत्र उर्मिला गेस्ट हाउस हाॅल सोरों मेंआयोजित तुलसी महा काव्य कुंभ के त्रि-दिवसीय अधिवेशन (15, 16, एवं 17 जून) में भारतवर्ष के विभिन्न प्रदेशों से आए हुए 500 से भी अधिक कवि एवं कवयित्रियों द्वारा बहुत ही शानदार काव्य पाठ किया गया। प्रथम दिवस में कार्यक्रम का उद्घाटन जहां मुख्य अतिथि डॉ मिथिलेश राना जी द्वारा फीता काटकर किया गया वहीं कार्यक्रम का प्रारंभ सोरों क्षेत्र के चेयरमैन पंडित रामेश्वर दयाल महेरे जी द्वारा दीप प्रज्वलन एवं मां शारदे पर पुष्प माला अर्पण के साथ किया गया जिसमें उनका साथ कासगंज सोरों की भाजपा नेता , महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष श्रीमतीअनीता उपाध्याय मनोज गुप्ता मोटर पार्ट्स कासगंज जी ,मंडलअध्यक्ष सविता गुप्ता जी आदि शामिल हुए। हमारे गुरु डॉ राधा कृष्ण दीक्षित जी के मार्गदर्शन में कार्यक्रम ने अपनी भव्यता को प्राप्त किया।
अंतर्राष्ट्रीय कवयित्री सरला शर्मा द्वारा वाणी वंदना से काव्य पाठ का आरंभ हुआ और फिर देखते ही देखते तीनों दिन एक ही मंच पर अनेकता में एकता की भावना को सिद्ध करते हुए देश के विभिन्न भागों से आए हुए सभी जाति- धर्म के कवि एवं कवयित्रीयो ने अपनी अपनी शानदार प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम का श्रेष्ठ संचालन सतीश मधुप जी द्वारा किया गया। संचालन में उनका साथ बरेली से आए श्रेष्ठ हस्ताक्षर रोहित राकेश, लखनऊ से आई डॉ शोभा त्रिपाठी और सरला शर्मा ने भी दिया ।
द्वितीय दिवस में काव्य पाठों के अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय ख्याति लब्ध महान विभूति आदरणीय जमुना प्रसाद उपाध्याय जी को तुलसी सम्मान सहित 51 हजार की सम्मान राशि के द्वारा सम्मानित किया गया। जिसके साक्षी मंच पर डॉ अखिलेश मिश्रा जी (आई ए एस,विशेष सचिव , उच्च शिक्षा आयोग)
डॉ राधाकृष्ण दीक्षित, हास्य कवि सुनहरी लाल ‘तुरंत’ , आलोक बेजान ,डॉ अजय अटल , सरला शर्मा, डॉ शोभा त्रिपाठी,विजय लक्ष्मी ,सतीश मधुप , हस्य के विशेषज्ञ सबरस मुरसानी, शिवम अश्क, विवेक झा , गनेश यादव, अनीता उपाध्याय जी और सरिता गुप्ता जी आदि रहे। इसके बाद फरसा देकर
समाजसेवी अमित वशिष्ठ जी का भी सम्मान किया गया इसी क्रम में B D O साहब दिनेश मिश्रा जी का भी सम्मान हुआ।
कार्यक्रम के अंतिम दिवस में डॉ अखिलेश मिश्रा जी को चांदी का मुकुट पहना कर सम्मानित किया गया जिसके बाद उनके द्वारा प्रवाहित राम कथा का भी रसपान कवियों एवं श्रोताओं द्वारा किया गया। सूकर क्षेत्र की लाडली बेटी वैष्णवी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कवयित्री सरला शर्मा को उनका एक स्केच भी भेंट किया गया।इस प्रकार कार्यक्रम का समापन भी बहुत ही भव्यता से हुआ। कार्यक्रम में जितने भी कवि एवं कवयित्री सहभागी रहे उन सभी को शॉल और प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया गया। समस्त कार्यक्रम के व्यवस्थाओं में मुख्य रूप से शिवम अश्क ,विवेक झा, गणेश यादव, बहन सोनाली साहू, बिटिया वैष्णवी गुप्ता आदि लोगों ने मुख्य भूमिका निभाई।
काव्य पाठ के अतिरिक्त सोरों दर्शन भी कवियों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा जहां उनका स्वागत फूलों की वर्षा द्वारा किया गया। गंगा तट पर स्थिति महाकवि संत तुलसीदास जी की मूर्ति पर सभी ने पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। ढोल नगाड़े के साथ हुए इस प्रभात फेरी में सभी ने अपना उत्साह दिखाया। कार्यक्रम को यूट्यूब के माध्यम से प्रचारित और प्रसारित करने हेतु भाई सबरस मुरसानी के सहयोग की पहल ने इस कार्यक्रम को अमर बना दिया।
तीनों दिन का शानदार कवरेज देने के लिए मैं सभी मीडिया भाइयों का हृदय से जीवन पर्यंत आभारी रहूंगा ।
आप सभी इस कार्यक्रम में आए और इसको सफल बनाया इसके लिए मैं आप सभी का हृदय से आभारी हूं। यदि कहीं कोई त्रुटि रह गई हो तो उसके लिए आप सब से क्षमा प्रार्थी हूं और आप सब के सुझाव की प्रतीक्षा भी रहेगी। अधिवेशन में सम्मिलित हुए सभी कवि कवयित्रियों को मंच प्रदान करने के अपने वचन को सिद्ध करते हुए मैं आने वाले समय में आप सभी को अवश्य मंच प्रदान करूंगा लेकिन आप से प्रार्थना है कि आपको अपनी अपनी बारी का इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि जहां कोई पहला होता है तो वहां किसी को आखरी भी बनना पड़ता है इसके बीच की गिनती में अपने धैर्य को बनाए रखना ही परिपक्वता की निशानी होती है। मैं उसी धैर्य की अपेक्षा की आशा के साथ आप सबसे निवेदन करता हूं कि आप सभी अपनी अपनी बारी का इंतजार करेंगे और अगले वर्ष पुनः इस अधिवेशन में और बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और अपना प्यार तथा आशीर्वाद मुझ पर बनाए रखेंगे।