फिंगर प्रिंट के जरिए 15 सेकेंड में मिलेंगे नतीजे

बिना ब्लड सैंपल होगी मेडिकल जांच:कानपुर की एसोसिएट प्रोफेसर ने बनाई डिवाइस, फिंगर प्रिंट के जरिए 15 सेकेंड में मिलेंगे नतीजे

शरीर में कोई बीमारी होती है तो डॉक्टर सबसे पहले खून की जांच कराते है। ऐसे में मरीज के शरीर से खून निकाला जाता है, फिर उस सैंपल की जांच की जाती है। लेकिन अब एक डिवाइस आ गई है, जोकि शरीर से बिना खून निकाले ही आपकी रिपोर्ट दे देगी। हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट की एसोसिएट प्रो. डॉ. राशि अग्रवाल ने ऐसी डिवाइस बनाई है। जिसमें फिंगर लगाते ही 15 सेकेंड के अंदर आपकी रिपोर्ट स्क्रीन पर आ जाएगी।

बीमार व्यक्ति के शरीर से नहीं निकाला जाएगा खून
हीमोग्लोबिन की कमी होने के कारण आपका शरीर काफी कमजोर हो जाता है। ऐसे में जांच के लिए मरीज के शरीर से और खून निकाल लिया जाता है। रेड ब्लड सेल्स के जरिए खून की मात्रा को पता किया जाता है। डॉ. राशि अग्रवाल ने कहा कि यह एक ऐसी डिवाइस है, जिसमें फिंगर लगाते ही मरीज की सारी कमी पता चल जाती है।

नान इनवेसिव हीमोग्लोबिन मेजरिंग डिवाइस।
नान इनवेसिव हीमोग्लोबिन मेजरिंग डिवाइस।
नान इनवेसिव हीमोग्लोबिन मेजरिंग डिवाइस
डॉ. राशि अग्रवाल ने बताया कि इस डिवाइस का नाम नान इनवेसिव हीमोग्लोबिन मेजरिंग डिवाइस है। इसकी कीमत लगभग 1200 रूपए है, जो कि PPG सिग्नल के आधार पर काम करती है। इस डिवाइस को सवा साल की मेहनत के बाद तैयार किया जा सका है।

100 से अधिक लोगों पर किया शोध
इस डिवाइस के बनाने के बाद लगभग 100 से अधिक लोगों की जांच पहले सैंपल लेकर की गई। इसके बाद उन्हीं लोगों की जांच उसी समय पर इस डिवाइस के माध्यम से की गई। दोनों की रिपोर्ट लगभग बराबर आई। इसमें 8 बैंड वाला सेंसर लगाया गया है जो कि 8 वैल्यू को बताता है। अब इसमें 16 बैंड वाला सेंसर लगाने का काम किया जा रहा है, ताकि जांच और भी ज्यादा अच्छी तरह से हो सके।

डिवाइस पर प्रशिक्षण करती प्रो. राशि अग्रवाल।
डिवाइस पर प्रशिक्षण करती प्रो. राशि अग्रवाल।
बार-बार जांच कराने पर आया दिमाग में आइडिया
डॉ. राशि अग्रवाल ने बताया कि मेरा हीमोग्लोबिन हमेशा कम रहता था। इस कारण मुझे बार-बार अपनी जांच करानी पड़ती थी। तभी दिमाग में आइडिया आया। क्यों न कोई ऐसी डिवाइस बनाई जाए। जिससे मरीज के शरीर से खून न निकालना पड़े और जांच भी हो जाए। जिसके बाद मैंने ऑनलाइन रिसर्च पेपर एकत्र किए और पढ़ाई की। फिर इसे बनाने का काम शुरू किया।

मोबाइल से भी कर सकते हैं कनेक्ट
इस डिवाइस की खास बात यह है कि आप इसे अपने लैपटॉप या मोबाइल में कनेक्ट कर सकते हैं। इसके डेटा को अपने मोबाइल में सुरक्षित रख सकते हैं। इस डिवाइस में स्पेक्ट्रम बैंड सेंसर, एलईडी को माइक्रो कंट्रोल सिस्टम से जोड़ा गया है, जिससे यह काम करता है।

नान इनवेसिव हीमोग्लोबिन मेजरिंग डिवाइस को सिस्टम से किया गया कनेक्ट।
नान इनवेसिव हीमोग्लोबिन मेजरिंग डिवाइस को सिस्टम से किया गया कनेक्ट।
डिवाइस को किया जा रहा अपडेट
हीमोग्लोबिन लेवल बताने वाली डिवाइस को अब अपडेट किया जा रहा है। इस डिवाइस से बिना खून निकाले ब्लड शुगर भी पता लग जाएगा। इसके अलावा डिवाइस की कीमत को कम करने के लिए भी काम किया जा रहा है।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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