श्रीमद् भागवत कथा सुनकर मन को सुख शांति की प्राप्ति होती है: डी.पी.यादव
( हिंदूवादी नेता राजू आर्य भी श्रीमद् भागवत कथा में रहे उपस्थित )

हरिद्वार। श्री जगद्गुरु उदासीन आश्रम हरिद्वार में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 52 वां वार्षिक महोत्सव भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म की परंपरा के अंतर्गत परम पूज्य 108 महंत स्वामी सुतीक्षण मुनि जी महाराज के सानिध्य में मनाया जा रहा है। इस वार्षिक महोत्सव का दीप प्रज्वलन करने पहुंचे देश के क्रांतिकारी वरिष्ठ शिक्षा विद एवं प्रमुख उद्योगपति तथा उच्च कोटि के राजनीतिज्ञ व गरीब, मजलूम, परेशान हाल, लोगों के मसीहा तथा सनातन धर्म के प्रेरक पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री माननीय डीपी यादव कथा स्थल पर पहुंचे जहां पर उन्होंने ने भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति के सम्मुख दीप प्रज्वलन करते हुए सफलता पूर्वक कथा संपन्न होने तथा आम जनमानस के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए संत – महंत, साधु – महात्माओं से आशीर्वाद प्राप्त किया है।
इस मौके पर आश्रम की ओर से समस्त संत समुदाय द्वारा मा.पूर्व मंत्री डी पी यादव को आदर सहित हाथों हाथ लेते हुए मंचासीन कराया गया तत्पश्चात उन्हें फूल माला पहनाकर तथा प्रतीक चिन्ह व अंग वस्त्र इत्यादि भेंट कर मुख्य अतिथि सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री डी. पी .यादव ने हमारे संवाददाता को जानकारी देते हुए कहा कि भारत देश में इस तरह के आश्रम तथा मठ मंदिरों में संचालित हिंदू सांस्कृति कार्यक्रमों की वजह से ही सनातन धर्म का महत्व सम्मानजनक तरीके से निरंतर बढ़ रहा है। और विदेशों में भी भारतीय संस्कृति अपनाई जाने लगी है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा, हवन, पूजन, यज्ञ, इत्यादि संत महात्माओं द्वारा राष्ट्रहित के धार्मिक अनुष्ठान लगातार जारी है, जिससे हमारी वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियां संस्कारवान बनेगी। उन्होंने सरकारों द्वारा हिंदू मठ मंदिरों से कर वसूलने तथा नियंत्रण में लिए जाने के विपरीत चर्च तथा मस्जिदों आदि को कर/नियंत्रण मुक्त रखने की अपनाई जा रही सरकारी दोहरी नीति पर स्पष्ट राय जाहिर करते हुए दो टूक कहा है कि हिंदू मठ मंदिरों से सरकार को टैक्स नहीं लेना चाहिए तथा उन्हें नियंत्रण मुक्त रखना चाहिए। हमारा देश सेक्युलर है, इसीलिए सभी धर्मों के साथ एक जैसा व्यवहार होना चाहिए। तथा उन्होंने यह भी कहा कि में हिंदू धर्म के विख्यात मठ मंदिरों के संचालक संत – महंतों से निवेदन करूंगा कि वह लोग मठ मंदिरों की आय से सामर्थ अनुसार देश के गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद जरूर करते रहें, जिससे भारत में कोई भी व्यक्ति पैसा के अभाव में बीमारी और भूख से न मर सके। तथा कोई बच्चा गरीबी की वजह से अशिक्षित भी न पाये। अंत में उन्होंने श्री उदासीन आश्रम के महंत एवं संतजनों का आभार व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया कि आश्रम को जब भी उनकी मदद की जरूरत होगी तो वह तन मन धन से इस आश्रम का पूरा सहयोग करते रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उद्योगपति सुभाष मेहता जी द्वारा उदासीन आश्रम में श्रीमद् भागवत कथा एवं 52 वें वार्षिक महोत्सव का आयोजन कराया गया है। इस महोत्सव में सनातन धर्म के प्रबल पक्षधर देश के जाने-माने विद्वान संत महंत एवं साधु सन्यासी तथा महात्मा गण पधारे हुए हैं।
कार्यक्रम में श्रीमद् भागवत कथा वाचक लक्ष्मी नारायण शास्त्री जी के मुखारविंद से श्रद्धालुओं को सुनाई जा रही कथा के आकर्षण रहे मुख्य संत गणों में प्रमुख रुप से पूजनीय सर्वश्री स्वामी रवि देव जी महाराज, महंत दिनेश दास जी महाराज, प्रखर संत स्वामी हितेश्वरानंद जी महाराज राजस्थान, स्वामी विष्णु गिरी जी महाराज, संत माता अभयानंद जी अहमदाबाद सहित अन्य संत, महंत,साधू ,सन्यासी,तथा महात्माओं की गरिमामई उपस्थिति श्रीमद् भागवत कथा के आकर्षण का केंद्र रही है।
श्री जगत गुरु उदासीन आश्रम में आयोजित कराई गई इस दिव्य एवं भव्य श्रीमद् भागवत कथा के मुख्य यजमान सुभाष मेहता दिल्ली, स्वरुप चौधरी दिल्ली, महेंद्र सेठी गुड़गांव, वेंकटेश इंदौर, अंकित भट्ट,चिराग मेहता दिल्ली, रोहित चौधरी गुड़गांव, योगाचार्य मोहन जी, बीजेपी नेता मनोज झंगोला हरिद्वार, सोनू पवार हरिद्वार, सतीश सेंथवाल हरिद्वार, सहित देश के कोने-कोने से भारी तादाद में आए भक्तगणों की उपस्थिति भारतीय संस्कृति तथा सनातन धर्म का प्रतीक बनी हुई थी।
इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय संगठन मंत्री एवं कट्टर हिंदूवादी नेता तथा प्रमुख समाजसेवी रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्य अपनी टीम के सत्येंद्र यादव नेताजी, मोनू ठाकुर,विनय यादव,के अलावा अन्य कई साथियों के काफिला सहित एटा से चलकर हरिद्वार स्थित उदासीन आश्रम में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का सफलतापूर्वक संचालन एवं नेतृत्व करने में जुटे हुए हैं।