बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर कार्यशाला आयोजित।
वाराणसी

दिनांक 27 मार्च 2023 को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो.आनंद कुमार त्यागी जी द्वारा की गई, कार्यशाला के मुख्य अतिथि निदेशक अकादमिक प्रो. बंशीधर पांडेय जी थे। कार्यशाला में बौद्धिक संपदा अधिकार पर व्याख्यान देने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की तरफ से निपम(NIPAM) की कोऑर्डिनेटर सुश्री फरहा बानो जी को आमंत्रित किया गया था। कार्यशाला में अतिथियों का स्वागत कार्यशाला के संयोजक महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के रिसर्च एंड डेवलपमेंट के निदेशक डॉ.राहुल गुप्ता ने किया। कार्यशाला का संचालन डॉ.आरती विश्वकर्मा जी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो.भारती रस्तोगी ने किया।
कार्यशाला में बोलते हुए माननीय कुलपति जी ने वर्तमान समय में बौद्धिक संपदा अधिकार की आवश्यकता से अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को परिचित कराया तथा इससे भविष्य में होने वाले लाभों के विषय में भी जागरूक किया।मुख्य अतिथि प्रो बंशीधर पांडेय जी ने बौद्धिक संपदा के विभिन्न आयामों की तरफ इशारा किया और सभी से आग्रह किया कि जितने भी नवाचार किए जाए उनको अपने नाम से नवाचार करने वाला पंजीकृत भी कराए क्योंकि किसी एक व्यक्ति द्वारा किए गए शोध का श्रेय उसी को मिलना चाहिए किसी और को नहीं।
मुख्य वक्ता सुश्री फरहा बानो ने अपने विस्तृत प्रस्तुतिकरण में बौद्धिक संपदा अधिकार के प्रकारों तथा उसको प्राप्त करने के लिए किए जाने वाले प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाला साथ ही ट्रेड मार्क, कॉपीराइट, पेटेंट इत्यादि को करने पर भविष्य में क्या अकादमिक एवं आर्थिक लाभ प्राप्त होंगे इस पर भी विचार व्यक्त किया। अपने संबोधन के पश्चात मुख्य वक्ता ने प्रतिभागियों को एक क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से उनके और जागरूक करने का प्रयास किया ।
कार्यशाला में कुलानुसाशक प्रो.अमिता सिंह, प्रो आरिफ, प्रो रमन पंत, प्रो सत्या सिंह,प्रो.राजीव कुमार, प्रो.ब्रजेश कुमार सिंह,प्रो.पारस नाथ, डॉ अनिता, जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नवरत्न सिंह,डॉ.धनंजय, डॉ.आयुष विश्वकर्मा, डॉ.उर्जस्विता सिंह, डॉ.किरण सिंह, डॉ.सुरेंद्र प्रताप सिंह, धर्मेंद्र, पूजा सिंह, आंचल गुप्ता,विकास , श्वेता, पूजा भारती,ज्योति झा, नैना चौरसिया, ज्योति मिश्रा,ऋषभ,अमित कुमार सिंह, शिवम सिंह,सहित विभिन्न विभागों के अध्यापकों और शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया ।