
पानी की बोतल में हजारों गुना ज्यादा जीवाणु
नई दिल्ली, एजेंसी। हम अक्सर पानी की बोतल खरीदने के बाद महीनों इस्तेमाल करते हैं, लेकिन एक नए अध्ययन में पाया गया है कि दोबारा प्रयोग में लाई जाने वाली बोतलों में टॉयलेट सीट की तुलना में 40 हजार गुना ज्यादा जीवाणु (बैक्टीरिया) मौजूद हो सकते हैं।
यह अध्ययन अमेरिका स्थित वॉटर फिल्टर गुरु डॉट कॉम के शोधकर्ताओं ने किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, टीम ने चार प्रकार की बोतलों (टोंटी वाले ढक्कन, स्क्रूनुमा ढक्कन, अलग ढक्कन, दबाकर बंद होने वाले) के अलग हिस्सों से सैंपल लिए। जांच में दो प्रकार के ग्राम नेगेटिव रॉड्स और बैसिलस नामक जीवाणु पाए। ये निमोनिया संक्रमण का कारण बनते हैं।
इन जगहों से की तुलना एक बोतल में रसोई के सिंक की तुलना में दोगुने, कंप्यूटर माउस की तुलना में चार गुना और पशु के भोजन के बर्तन की तुलना में 14 गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं।
ये बोतलें होती हैं साफ अध्ययन में जिन बोतलों का परीक्षण किया गया, उनमें दबाकर बंद होने वाले ढक्कन वाली बोतलें सबसे साफ होती हैं। उनमें स्क्रू-नुमा ढक्कन या स्ट्रॉ-फिटेड ढक्कन वाली बोतलों की तुलना में सिर्फ 10वां हिस्सा बैक्टीरिया होते हैं।