सहसपुर बरोली में दिया जा रहा मिट्टी वाला अनाज प्रशासन बेसुध
वही ग्रामीणों के कहने के अनुसार सहसपुर बरोली का कोटा फ़र्ज़ी कागजो से व अधिकारियों की मिली भगत से चल रहा हैं अगर इसकी जांच हो जाये तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा
एटा के शीतलपुर ब्लॉक के सहसपुर गांव में गरीबो के मिलने वाले राशन में गेहूं की जगह मिट्टी ज्यादा ही परोसी जा रही हैं अगर सरकार को कैवल मिट्टी ही देनी हैं तो क्यो फ्री अनाज देने की बात कह कर गरीबो का मज़ाक उड़ाया जा रहा हैं
ये वाक्या कोई नया नही हैं इससे पहले भी गेहू मे मिट्टी की शिकायत पहले भी की गई थी जिस पर राशन डीलर व अधिकारियों ने कहां था कि राशन ऊपर से ही खराब व कम आता हैं इसमे हम क्या कर सकते हैं अगर प्रशासन सख्ती से कार्यवाही करे तो ऊपर गोदाम से होने वाली धांधली रुक कर गरीबो तक अच्छा राशन भी पहुच सकता हैं मगर इतनी जहमत उठाये कौन क्योकि हिस्सा तो सबका बनता हैं वही राशन डीलर की शिकायतों पर कार्यवाही न करने की बजाय अपनी जेब गरम करके शांत बैठ जाना ही अब अधिकारियों की आदत बन चुकी हैं कई बार सहसपुर के राशन डीलर की शिकायत की गई की उक्त डीलर द्वारा अपने घर व अपने मिलने वालों जो कि अंत्योदय श्रेणी में नही आते हैं उनका अंत्योदय कार्ड बनवा कर खुद उनका राशन डकारा जा रहा हैं जिस पर अधिकारियों का कहना हैं अंत्योदय कार्ड हम नही काट सकते क्योंकि वो ऊपर से बनते हैं आखिर ये ऊपर वाले हैं कौन कोई नही जानता वही खुद डीलर अपना अंत्योदय कार्ड बनवा कर कई सालों तक सरकारी अनाज को डकारता रहा जिस पर कार्यवाही की जगह उसका राशन कार्ड दूसरे के नाम बदलवा दिया गया आखिर राशन डीलर पर कार्यवाही क्यो नही हुई अंत्योदय कार्ड की जांच क्यो नही करवाता प्रशासन
फ़र्ज़ी कागजो पर चल रहा हैं सहसपुर का कोटा-: सूत्र