विकास दुबे का ‘नाटकीय’ तरीके से हुआ एनकाउंटर?

विकास दुबे का ‘नाटकीय’ तरीके से हुआ एनकाउंटर?

  • मुठभेड़ स्थल से 5 किमी पहले मीडिया की गाड़ियों को रोका गया, 15 मिनट बाद पुलिस की गाड़ी पलटने की सूचना आई

कानपुर : कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या का आरोपी विकास दुबे नाटकीय तरीके से उज्जैन में गिरफ्तार होता है और उससे भी ज्यादा नाटकीय तरीके से एनकाउंटर में मारा जाता है। पुलिस की कहानी के मुताबिक, बारिश में गाड़ी पलटने के बाद विकास ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मारा गया। उज्जैन के महाकाल मंदिर में विकास की गिरफ्तारी और उसे कानपुर लाने के दौरान जो कुछ हुआ, उससे इस एनकाउंटर पर तमाम सवाल उठ रहे हैं।

गौरतलब है कि विकास को उज्जैन में मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद यह चर्चा रही कि विकास को उज्जैन में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा, लेकिन बाद में उसे सीधे यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया गया। गुरुवार दिनभर चर्चा रही कि विकास दुबे को एसटीएफ चार्टर्ड प्लेन से कानपुर ले जाएगी, लेकिन शाम तक तस्वीर पलट गई। बताया गया कि यूपी एसटीएफ विकास को सड़क मार्ग से ले जाएगी।

मीडिया की गाड़िया एसटीएफ के काफिल के पीछे थीं
यूपी एसटीएफ विकास दुबे को सड़क मार्ग से लेकर निकली तो मीडिया की कई गाड़ियां एसटीएफ के काफिल के पीछे थीं। मीडियाकर्मियों के मुताबिक कि रास्ते में तेज बारिश हो रही थी। मध्य प्रदेश में हाईवे पर एक ढाबे पर एसटीएफ की टीम ने खाना भी खाया। मीडियाकर्मी भी यहीं रुके तो एसटीएफ के अधिकारियों ने कहा कि पुलिस की गाड़ियों का पीछा न करें।

रात करीब 3:15 बजे झांसी बार्डर पर एसटीएफ की टीम ने मीडिया के लोगों को उसके काफिल से अलग करने की फिर कोशिश की, लेकिन मीडियाकर्मी पुलिस के काफिले के पीछे उरई, फिर कानपुर देहात तक लगे रहे।

सुबह 6:00 बजे के आसपास कानपुर देहात के बारा टोल प्लाजा पर एसटीएफ का काफिला आगे निकल गया, लेकिन काफिले के पीछे चल रहे मीडियाकर्मियों की गाड़ी को सचेंडी पुलिस थाने की पुलिस ने रोक दिया। मीडियाकर्मियों ने पुलिस से बहस की तो कहा गया कि रास्ता सभी के लिए बंद कर दिया गया है। इसके बाद हाईवे पर बाकी वाहन भी रोक दिए गए।

काफिले के रोके जाने पर मीडियाकर्मी पुलिस से बहस कर ही रहे थे कि करीब 15 मिनट बाद सूचना आती है कि विकास दुबे को ले जा रही एसटीएफ की गाड़ी पलट गई है। इस पर थोड़ी देर बाद स्थानीय थाना पुलिस और मीडियाकर्मी आगे बढ़ते हैं। करीब 30 मिनट का रास्ता तय करने के बाद मीडिया के लोग घटनास्थल पर पहुंचते हैं। वहां एसटीएफ की गाड़ी पलटी पड़ी थी।

पूछने पर एसटीएफ के लोगों ने बताया कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने भागने का प्रयास किया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया, उसे अस्पताल भेजा गया है। इसके थोड़ी देर बाद सूचना आती है कि अस्पताल में डॉक्टरों ने विकास को मृत घोषित कर दिया।

एसटीएफ के काफिले का पीछा कर रहे मीडियाकर्मियों का कहना है कि उज्जैन से कानपुर के रास्ते में कई बार मीडिया को अलग करने की कोशिश की गई, जिससे एनकाउंटर और पुलिस की कहानी पर सवाल उठ रहे हैं।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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