जैन धर्म की भावनाओ का पूरा ध्यान रखा जायेगा- बाते प्रधान मन्त्री तक पहुंचा के धर्म की रक्षा की जायेगी- मन्त्री रविन्द्र जायसवाल

जैन धर्म की भावनाओ का पूरा ध्यान रखा जायेगा- बाते प्रधान मन्त्री तक पहुंचा के धर्म की रक्षा की जायेगी- मन्त्री रविन्द्र जायसवाल

सम्मेद शिखर जी जैन धर्म का शास्वत तीर्थ था,है और रहगा-मुनि अरह सागर
दिगम्बर जैन समाज के नेतृत्व मे हुई सभा, विधान व जुलूस निकाला गया
वाराणसी जैन तीर्थराज श्री सम्मेद शिखर को वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग घोषित कर पर्वत पर इको सेंसिटिव जोन मे पर्यावरण पर्यटन व गैर धार्मिक गतिविधियो की अनुमती के विरोध में सम्पूर्ण भारत एवं वाराणसी के समस्त जैन प्रतिष्ठान बंद कर शान्तिपूर्ण तरीके से आन्दोलन कर सभा व जुलूस निकाला। चूकि प्रशासन ने पी एम ओ आफिस जाने की अनुमति नही प्रदान की। श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान मे बुधवार 21-12-2022 को प्रातः पार्श्वनाथ विधान भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली भेलूपुर मे किया गया।
तत्पश्चात एक जुलूस जैन मन्दिर भेलूपुर से निकाला गया जिसमें वाराणसी की सभी जैन संस्था महिला पुरूष एवं बच्चे शामिल थे।
जो बैनर, जो अपनी मांगो की लिखी तखतिया, झंडे लेकर चल रहे थे।
जो भेलूपुर थाने तक गया पुनः प्रशासन द्वारा जुलूस को वापस मन्दिर की तरफ घुमा दिया जो वापस जैन मन्दिर भेलूपुर पहुंचा जहां भारी संख्या मे पुलिस बल तैनात थी।
वहा पर एक पत्रक प्रधान मंत्री भारत सरकार के लिए ए सी पी प्रवीण सिंह को दिया गया।
जुलूस मन्दिर पहुंचने पर एक बडी सभा का आयोजन हुआ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी प्रमुख शिष्य मुनि पुंगव एवं सुधा सागर प्रमाण सागर महाराज क्षुललक समर्पण सागर के दिशा निर्देश मे भारत के सभी जैन प्रतिष्ठान बंद रहे।
सभा को संबोधित करते हुए मुनि अरह सागर जी ने कंहा- शिखर जी शास्वत तीर्थ क्षेत्र है, था और सदा रहेगा। शास्वत तीर्थ क्षेत्र को वन विभाग व पर्यटन विभाग द्वारा जो वहा पर पर्यटन स्थल घोषित किया है इससे सम्पूर्ण भारत का जैन समाज व साधु-सन्त बहुत ही आहत हुए है।
वाराणसी के सांसद एवं देश के लोक प्रिय प्रधान मंत्री जी को जैन धर्म की भावनाओ का सम्मान रखते हुए उस पूजनीय स्थल को जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल घोषित करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश सरकार मन्त्री श्री रविन्द्र जायसवाल जी ने कहा- जैन समाज की बात पर अपनी सहमति प्रदान करते हुए कहा पहली नजर मे यह प्रतीत होता है जो हुआ है वो अनुचित है झारखंड सरकार को जैन समाज की भावनाओ को ध्यान मे रखते हुए उस तीर्थ स्थल को माॅस मंदिरा से पूरी तरह निषेध घोषित कर देना चाहिए।
इसके लिए मै भारत के प्रधान मन्त्री व वाराणसी के सांसद श्री नरेंद्र मोदी जी को ज्ञापन एवं सारी बाते प्रेषित कर देगे।
मन्त्री जी ने कहा काशी चार चार तीर्थंकरो की जन्म स्थली है प्रदेश सरकार काशी को जैन सर्किट शीघ्र ही घोषित करने जा रहा है। जिसमे जैन तीर्थ क्षेत्र मे आसपास माॅस मंदिरा से मुक्त किया जायेगा।
एक ज्ञापन प्रधान मन्त्री कार्यालय मे भी प्रेषित किया गया।
मन्त्री जी को ज्ञापन जैन समाज के अध्यक्ष दीपक जैन उपाध्यक्ष राजेश जैन, प्रधान मंत्री अरूण जैन, संजय जैन ने दिया।
महिला समाज की तरफ से ज्ञापन प्रमिला सांवरिया, प्रवीणा जैन ने दिया।
श्री दिगम्बर जैन महासमिती की तरफ से पत्रक राकेश जैन ने दिया।
तमाम लोगो ने सभा को संबोधित किया।
आयोजन मे श्री दिगम्बर जैन समाज, श्वेतांबर जैन समाज, स्याद्वाद विद्यालय, जैन महासमिती, जैन मिलन, जैन महिला संगठन, पद्मावती महिला मंडल की भी सहभागिता रही।
संचालन प्रधान मन्त्री अरूण जैन एवं उपाध्यक्ष राजेश जैन ने किया।
प्रमुख रूप से विनय जैन, विनोद जैन, निशांत जैन, सुधीर पोद्दार, सौरभ जैन, बह्मचारी आकाश जैन, फूल चन्द्र प्रेमी, पंडित कमलेश जैन, किशोर जैन इत्यादि लोग शामिल थे।

राजेश जैन उपाध्यक्ष श्री दिगम्बर जैन समाज काशी वाराणसी।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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