भ्रष्टाचार का जलवा कायम, सडक़ें बनरहीं भुरभुरी और मुलायम*
एटा/अवागढ़- उ0प्र0 में मायावती लाख दावा करें कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में पहला एक्सप्रेसवे बनवाया था*

*मगर योगी मोदी का कोई तोड़ नहीं है, देखिए क्या मक्खन मलाई जैसी सड़क बनबाई है अखिलेश यादव लाख दावा करें कि उन्होंने सबसे बड़े एक्सप्रेसवे का निर्माण करवाया है मगर योगी मोदी के काम का कोई जोड़ नहीं है*
*इन्होंने क्या भुरभुरी मुलायम गोलगप्पेदार सड़क बनबाई है विपक्षी दलों के तमाम नेता कुछ भी कहते रहें कितना भी शोरगुल करें मगर योगी मोदी से मीडिया का इतना प्रेम है कि अवागढ़ का सच दिखाता ही नहीं कि कैसी-कैसी सड़क बनबाई है*
*अवागढ़ के जिनवाली से मिर्ज़ापुर, मिर्ज़ापुर से जगतपुर एवं खड़ी की रोड़ के महाभ्रष्टाचार का लोकार्पण किसी और ने नहीं स्वयं केशव प्रसाद मौर्या एवं पी डब्ल्यू डी मंत्री एवं क्षेत्रीय गणमान्य प्रतिनिधियों द्वारा किया गया है।*
*सिर्फ एटा में ही नहीं बनी है ऐसी अदभुत सड़क सिराथू की भी ऐसी तस्वीर है*
*ये अवागढ़ की नवनिर्मित सड़क हाथ लगाओ तो उखड़ जाती है गाड़ी चलाओ तो बिखर जाती है जूते और चप्पल में चिपक जाती है*
*इतनी सॉफ्ट और स्मूथ सड़कों के निर्माता ठेकेदारों और इंजीनियरों को सिर्फ अदालत में सम्मानित किया जाना चाहिए मगर सारी सड़कों के सबसे बड़े निर्माता भावी भारत के संभावित भाग्यविधाता के योगदान पर ना सिर्फ अदालत में चर्चा होनी चाहिए वल्कि मीडिया में बाकायदा गुड़गान होना चाहिए*
*यूपी में जो विकास की गंगा बह रही है क्या उसकी बजह से ये सड़कें रोड़ीदार भुरभुरी रहगयीं या योगी मोदी के सपनों का जो नया भारत बन रहा है*
*उसकी बजह से ये सड़क भुरभुरी रहगई टीवी न्यूज चैनलों पर इसकी डिवेट होनी चाहिए और हर अखबार में इसका लेख आना चाहिए करोड़ों के बजट के बावजूद भारी निजी बचत के फायदों पर आधारित कोई एपिसोड आना चाहिए*
*एटा में सड़कों का हाल वही है जो चुनावी नतीजों में केशव प्रसाद मौर्या जी का हो गया था। तीनों सीटों पर जो हाल भारतीय जनता पार्टी का हुआ था।*
*चलो मान लिया कि वहाँ की जनता को ये सब रंजिश के तहत झेलना पड़ रहा है। मगर अवागढ़ क्षेत्र की सड़क का हाल ऐसा क्यों है,*
*जनपद एटा में तो भाजपा की एकतरफा जीत हुई है यहाँ की तो चारों सीटों पर क्लीनस्वीप भी हुई है फिरभी ठीकरा अव किसके सिर फोड़ना है।*
*इसकी क्वालिटी के बारे में टीवी चैनलों पर बैठे एंकर क्या कह रहे हैं या फिर एक दो रिपोर्टर क्या कह रहे हैं ये मायने तो रखता है परंतु इससे भी ज्यादा मायने रखता है खुद केशव प्रसाद मौर्या एवं पी डब्ल्यू डी मंत्री एवं क्षेत्रीय गणमान्य प्रतिनिधि द्वारा इस महाभ्रष्टाचार का लोकार्पण किया गया है।*
_*PWD मंत्री @Jitin Prasada जी से विनती है कि इस सड़क को बनाने वाले ठेकेदार पर गंभीर कार्यवाही सुनिश्चित करें।*_
*….ये जो मंत्री जितिन प्रसाद हैं श्री श्री जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण शिरोमणि कहे जाते हैं बनाया है कई ब्राह्मण संगठनों का यूनियन जो मीडिया में माहौल बनाये रखते हैं।*
*जाति की बात इस लिए भी जरूरी होजाती है क्योंकि शिवपाल यादव के समय में भ्रष्टाचार की एक जाति हुआ करती थी धर्म का उल्लेख इसलिए जरूरी होगया है क्योंकि नसीमुद्दीन सिद्दीकी के समय में भ्रष्टाचार का एक धर्म हुआ करता था।*
*इसके पहले चाहे अखिलेश यादव का कार्यकाल रहा हो या उससे पहले फिर मायावती का ठेकेदारों और इंजीनियरों से ज्यादा पीडब्ल्यूडी मंत्री और मुख्यमंत्री का ज़िक्र हुआ करता था।*
*हालांकि तब दलित और पिछड़े रहते थे सरकार में इस लिए मीडिया को भी फ़िक्र हुआ करती थी। अब अपनों में आना-जाना, लेन-देन लगा रहता है इस लिए कोई खास चर्चा नहीं होती है चर्चा होती भी है तो ठेकेदारों और अधिकारियों के भूमिका की सरकार की चर्चा नहीं होती है*
*मीडिया की इसी एकतरफ़ा चुप्पी से उसकी विश्वसनियता पर संकट आगया है उसकी ख़बरों की खबर लेने लगेंगे लोग।*
*अब वो बक्त भी निकट आगया है*