स्वास्थ्य मंत्रियों के सम्मेलन में आए मेहमानों को बनारस ने दिया सन्देश।
सौर ऊर्जा संचालित अस्पतालों और बिजली चालित एम्बुलेंस से बेहतर बनाएं देश का स्वास्थ्य।

वाराणसी शहर के गुरुबाग क्षेत्र में क्लाइमेट एजेंडा से जुड़े कलाकारों ने एक दिवार पर कलाकृतियों के माध्यम से शहर में जुटे देश भर के माननीय स्वाथ्य मंत्रियों को बनारस का सन्देश दिया. इस दौरान सभी कलाकारों ने मिल कर भविष्य के पर्यावरण मित्र स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति अपनी सोच दिवार पर कलाकृतियों के मार्फ़त साझा की. गुरुबाग क्षेत्र में आयोजित इस गतिविधि को स्थानीय लोगों का भी भरपूर साथ मिला और देश भर के स्वास्थ्य मंत्रियों को सन्देश देने की इस कोशिश में सभी ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में बताते हुए क्लाइमेट एजेंडा संस्था की निदेशक एकता शेखर ने बताया: “देश भर में फैले निजी और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं हमारे स्वास्थ्य की देखरेख के साथ साथ भारी मात्रा में कार्बन उत्सर्जन के लिए भी जिम्मेदार हैं. यह कार्बन उत्सर्जन हमारी जलवायु को प्रदूषित करता है और बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ते हैं. ऐसे में, पुनः, बड़ी संख्या में ये बीमार लोग स्वास्थ्य विभाग की ही जिम्मेदारियों में इजाफा करते हैं. यह एक नुकसानदेह और खतरनाक चक्र बन चुका है और इससे बाहर आने के लिए कुछ जरुरी कदम उठाने की जरुरत है. इन कलाकृतियों के माध्यम से तीन जरुरी मांगे उठाई गयी हैं, जिससे हमारा स्वास्थ्य विभाग वैश्विक स्तर पर एक बेहतरीन उदाहरण पेश कर सकेगा।
एकता ने आगे बताया “देश भर में चल रहे डीजल / पेट्रोल आधारित लाखों एंबुलेंस को बिजली से चलने वाले एम्बुलेंस में परिवर्तित कर करोड़ों लीटर डीजल हर वर्ष जलाने से बचा जा सकता है. साथ ही, अगर देश भर के अस्पतालों को सौर ऊर्जा से संचालित किये जाने की शुरुआत हो तो हमें न केवल भरोसेमंद, गुणवत्तापूर्ण और सस्ती बिजली वाले अस्पताल मिल सकेंगे, बल्कि वर्तमान स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी इजाफा हो सकेगा. पारंपरिक ऊर्जा श्रोत से होने वाले प्रदूषण को कम करके स्वास्थ्य विभाग भारत को कार्बन उत्सर्जन कम करने के प्रयास में मदद कर सकता है.”
ज्ञात हो कि वैश्विक मंचों पर प्रधानमंत्री मोदी ने यह घोषणा की है कि भारत अगले पचास साल में अपना कार्बन उत्सर्जन शून्य कर लेगा. उस दिशा में विभिन्न सेक्टरों ने काम करना शुरू भी कर दिया है. जबकि हमारा देश कम कार्बन उत्सर्जन वाले प्रगति पथ पर चलने की योजना बना रहा है, स्वास्थ्य विभाग की ओर से होने वाले ऐसी पहल देश के दूसरे सेक्टरों को भी पर्यावरण मित्र बनने को प्रेरित करेगी. ऐसी ही आशा में आज की इस गतिविधि के माध्यम से शहरवासियों ने देश भर के स्वास्थ्य मंत्रियों के जमावड़े के अवसर पर सन्देश देने की कोशिश की है.