*एड्स दिवस पर इस वर्ष ‘समानता’ रखी गई थी थीम, रिपोर्ट योगेश मुदगल

एटा। जिला कार्यक्रम अधिकारी एड्स डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि विश्व एड्स दिवस मनाए जाने का उददेश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली बीमारी एड्स के विषय में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता फैलाना है। जागरूक होकर ही इस रोग से बचा जा सकता है। विश्व एड्स दिवस के लिए इस वर्ष की थीम ‘समानता’ रखी गई है। एड्स को लेकर लोगों में तरह-तरह की गलतफहमियां है। गलतफहमियां को दूर करने व लोगों को जागरूक करने हेतु ही विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है।
*एड्स पीड़ित व्यक्ति से करें समानता का व्यवहार, रिपोर्ट योगेश मुदगल
एटा। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि एड्स पीड़ित व्यक्ति के साथ खाने, पीने, उठने, बैठने, हाथ मिलाने या गले मिलने से यह बीमारी नहीं फैलता है।
*संक्रमित माता-पिता के 44 बच्चे भी पॉजिटिव
एटा, । एचआईवी संक्रमित माता-पिता सें जन्मे बच्चे भी पॉजिटिव निकले हैं। वर्ष 2022 में निकले 710 एचआईवी पॉजिटिवों में 44 संक्रमित बच्चे शामिल हैं। इस रिपोर्ट के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी एड्स/डीटीओ डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि जिले में कुल 710 एचआईवी पॉजिटिव जांच में निकले हैं, जिसमें 354 पुरुष, 312 महिला और 44 बच्चे एचआईवी पॉजिटिव हैं। साथ ही वर्ष 2021 में 388 एचआईवी पॉजिटिव मिले थे, जिसमें 193 पुरुष और 135 महिलायें शामिल है। वर्ष 2021 में जिले में आरआरटी सेंटर का संचालन होने के बाद पॉजिटिव बच्चों के बारे में जानकारी मिलना शुरू हुई है। इससे पहले यह सेंटर अलीगढ़ में था, जिसकी वजह से पॉजिटिव बच्चों का डाटा सेंटर में ही रहता था। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिले में ट्रक चालक-परिचालक एचआईवी के संवाहक बने हुए हैं। यह दूसरे प्रांतों से भ्रमण कर घर पहुंचते है। कई-कई दिन घर से बाहर रहने पर यह रास्ते में असुक्षित यौन संबंध बनाने से संक्रमित हो जाते हैं। इनसे घर में पहुंचने पर परिवार की महिलाएं भी इस बीमारी की चपेट में आ जाती हैं। उन्होंने बताया कि एचआईवी एक संक्रामक यौन रोग है। यह व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक शक्ति को कम कर देता है। यह रोग संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने, संक्रमित रक्त चढ़ाने, संक्रमित इंजेक्शन की सुई का इस्तेमाल करने, एचआईवी पॉजिटिव गर्भवती महिला से उसके बच्चे में गर्भावस्था के दौरान, स्तनपान के दौरान फैल सकता है।
घातक बीमारी एचआईवी के प्रति जागरूकता ही बचाव जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि एचआईवी के प्रति लोगों को जागरूक करने के उददेश्य से प्रतिवर्ष एक दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। एचआईवी, एड्स सबसे घातक बीमारी है। यह रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है।