जिले के 170 हिस्ट्रीशीटर पुलिस रिकार्ड में जिंदा है,लेकिन वह इस दुनिया को कह चुके हैं अलविदा*

सालों से पुलिस को जिन हिस्ट्रीशीटरों की तलाश थी, लॉकडाउन में जब उनकी खोजबीन की गई तो वह मृत मिले।जिले के 170 हिस्ट्रीशीटर पुलिस रिकार्ड में जिंदा है,लेकिन वह इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।कोरोना की दस्तक के बाद लॉकडाउन लगने से अपराध कम हुआ तो पुलिस ने पुराने मामलों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया।इसके लिए अभियान चलाकर गांव-गांव दस्तक दी गई। 5 सालों में जो अपराध हुआ, उसका पूरा रिकॉर्ड नए सिरे से तैयार कराया गया।जिले में कुल 1387 हिस्ट्रीशीटर पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हैं।यह सभी हिस्ट्रीशीटर वर्तमान में क्या कर रहे हैं।इस पर भी पुलिस टीमें गठित कर पड़ताल की गई।फाइनल रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि रिकॉर्ड में दर्ज 170 हिस्ट्रीशीटर ऐसे हैं,जो दम तोड़ चुके हैं।लेकिन रिकॉर्ड में आज भी जिंदा है।ऐसे हिस्ट्रीशीटरों का अब मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाकर केस बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।जिन अपराधियों पर एक साल में दो से तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं,उनको हिस्ट्रीशीटर की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है।इस क्रम में पुलिस रिकॉर्ड में 100 नए हिस्ट्रीशीटर शामिल किए गए हैं।