
बनारस से दवोचा आतंकी
वाराणसी। बनारस में बुधवार को एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) ने छापेमारी की। लालपुर थानाक्षेत्र के मकबूल आलम रोड स्थित कच्ची बाग इलाके से भोर में एनआईए की टीम ने 24 वर्षीय बासित कलाम सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया। घर की तलाशी में आईएसआईएस से संपर्क के सबूतों के साथ आतंकी साहित्य, आईईडी बनाने के हाथ से लिखे नोट्स के अलावा लैपटॉप, मोबाइल और पेन ड्राइव में आपत्तिजनक सामग्री मिली है। आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही एनआईए उसके पिता और भाई से भी पूछताछ की।
भारत में आईएसआईएस के ‘वॉयस ऑफ हिंद’ मॉड्यूल पर 29 जून 2021 को एनआईए ने मामला दर्ज किया था। इस मामले में पहले भी उमर निसार उर्फ कासिम खुरासानी सहित छह की गिरफ्तारी हो चुकी है। कासिम को ‘इस्लामी कश्मीर का अमीर’ उपनाम दिया गया था। मामले में छानबीन के दौरान नई जानकारियां मिलने पर बुधवार को एनआईए ने दिल्ली और बनारस में छापेमारी की। मकबूल आलम रोड स्थित कच्ची बाग में सुबह पहुंची टीम ने अंडा कारोबारी अब्दुल कलाम सिद्दीकी के घर छापा मारा और उसके बेटे बासित कलाम सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया। लगभग छह घंटे तक घर की तलाशी ली गई और अहम सबूत जुटाए। एनआईए के पास बासित के आईएस के सक्रिय संपर्क में रहने की पुख्ता जानकारी है।
👉🏼 बासित अहमद सिद्दीकी गिरफ्तार, पिता और भाई से भी हुई पूछताछ
👉🏼 आईएस के संपर्क में था युवक, दे रहा था आईईडी बनाने की ट्रेनिंग
‘ हिजरत’ की कर रहा था तैयारी
वाराणसी। एनआईए के जांचकर्ताओं को मिले सबूतों के अनुसार आईएस से जुड़ने के लिए ईरान के खुरासान जाने की तैयारी कर रहा था। इसका अर्थ है ‘किसी संकट से उबरने के लिए घर या देश छोड़कर जाना’। इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा बासित नियमित तौर पर अफगानिस्तान में बैठे आकाओं के संपर्क में था। उनके इशारे पर ही वह ब्लैक पाउडर और अन्य विस्फोटक पदार्थों को जुटाकर आईईडी बनाने की तैयारी कर रहा था। एनआईए को शक है कि बासित ने कई अन्य युवाओं को भी भ्रमित कर आईएस के साथ जोड़ा है। इस मामले में छानबीन जारी है।”