जनपद मे चरम पर अबैध लकड़ी कटान
कंही एटा मे भी न पैदा हो जाये एक वीरप्पन
एटा।जनपद एटा मे विना परमिशन के बड़े स्तर पर अवैध लकड़ी कटान का काम पिछले कई वर्षों से जोर -शोर से फल फूल रहा हे।
इतने समय से अवैध कटान चल रहा हो ओर विभाग को जानकारी न हो ऐसा संभव ही नहीं हे!
अवैध कटान का यह काम विभागीय मिली भगत से वर्षो से होता चला रहा हे।
जनपद के ठेकेदार भृष्ट कर्मचारियों क़ी बजह से न केवल प्रकृति का संतुलन खराब कर रहे हे वल्कि सरकार के राजस्व को भी चुना लगा रहे हे।
परमिशन मे भी खेला
अब चुंकि लोग लकड़ी कटान पर जागरूक हो चुके हे, ऐसे मे लकड़ी के ये ठेकेदार परमिशन लेके भी कटान करते हे,उसमे मे भी ये शातिर पना करते हे जितने पेड़ो के काटने क़ी परमिशन ये लकड़ी चोर लेते हे, उस से अधिक ये पेड़ काट लेते हे ओर परमिसन के कागजात दिखा कर लोगों को भृमित कर देते हे।
यदि कोई आम -जन, विभाग को ऐसे कटानों क़ी जानकारी देता हे तो विभागीय कर्मचारी सूचना देने वाले से ही अभद्र भाषा मे वात करते हे जिससे यह स्पस्ट हो जाता हे विभाग इन चोरों से मिला हुआ हे।
अबैध कटान पर विस्तृत खबर जल्द आप को मिलेंगी, जिसमे लकड़ी चोरों, भृष्ट अधिकारी व कर्मचारी ओर संरक्षण दाताओं के नाम भी स्पस्ट होंगे।