पत्रकारों के सम्मान की रक्षा उन्हें स्वयं करनी होगी

पत्रकारों के सम्मान की रक्षा उन्हें स्वयं करनी होगी

जिला सूचना कार्यालय एटा ने अपनी नई नियमावली बनाई है। सूचना विभाग पत्रकारों से क्यों अपरिचित है उसके पास पत्रकारों का विवरण क्यों नहीं है जो पत्रकारों से आईडी प्रूफ मांग कर उन्हें बेइज्जत किया गया है और इसीलिए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की कवरेज करने के लिए एप्लिकेशन (प्रार्थना पत्र) मांगे हैं।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की ज्यादा से ज्यादा कवरेज कराने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और जिला सूचना अधिकारी की होती है। पहले जिला मुख्यालय से दूर मुख्यमंत्री की कवरेज कराने के लिए सूचना विभाग पत्रकारों को सभास्थल तक ले जाने के लिए वाहन का इंतजाम करता था। पत्रकार बाध्य नहीं हैं जो प्रार्थना पत्र देकर पास मांगेंगे। सूचना अधिकारी पत्रकारों का अधिकारी नहीं है जो इस तरह की शब्दावली का प्रयोग किया गया है। समस्त पत्रकार गणों को अपना मान सम्मान बचाने के लिए कार्य करना चाहिए।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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