गुरु,मां और जिम्मेदारी,तीन दिन में सीएम योगी ने निभाए सारे फर्ज,जानें कैसा रहा उत्तराखंड दौरा

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर रहे हैं।इस दौरान गुरू,परिवार और बतौर सीएम अपनी जिम्मेदारी तीनों में पूरा संतुलन बैठाने की कोशिश की है।गुरू की प्रतिमा का अनावरण कर एक शिष्य की भूमिका निभाई,बेटे और परिजनों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए दो दिन अपने पैतृक गांव में भी रूके।इसके बाद अंतिम दिन गुरूवार को हरिद्वार में उत्तर प्रदेश के लिए भागीरथी होटल का उद्धाटन कर अपने मुख्यमंत्री होने का भी पूरा कर्तव्य निभाया है। सीएम योगी ने इस तरह तीन दिनों के अपने दौरे पर सभी समीकरण साधे हैं।
गुरू को दिया वचन किया पूरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन मई को तीन दिवसीय उत्तराखंड के दौरे पर पहुंचे।सीएम योगी सबसे पहले एक शिष्य बनकर पौड़ी जिले के यमकेश्वर पहुंचे। यमकेश्वर ब्लॉक के अंतर्गत बिथ्याणी में सीएम योगी ने अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया और इस दौरान मंच पर भावुक भी हुए। उन्होंने कहा कि वे भाग्यशाली हैं कि उनके साथ से अपने गुरू की प्रतिमा का अनावरण हुआ जो कि लंबे समय से लटकी हुई थी।गुरू की पहल पर ही डिग्री कॉलेज का निर्माण हुआ और अब कॉलेज में विज्ञान की कक्षाएं भी शुरू होने जा रही हैं।उन्होंने कार्यक्रम में अपने गुरूओं को भी सम्मानित किया।
मां ने बुलाया तो चले आए योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गुरू धर्म का पालन करने के बाद कई सालों बाद अपनी मांं से मिलने अपने गांव पंचूर पहुंचे।सीएम योगी ने यहां दो रात बिताई,पहली रात को अपनी मां से मिले।मां और बेटे के मिलन का बड़ा ही भावुक पल था।मां से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया और उनका हालचाल जाना। उन्होंने अपने पैतृक गांव में उसी घर पर रात बिताई जहां वे बचपन में रहा करते थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूसरे दिन अपने भाई के बेटे के मुंडन कार्यक्रम में शामिल हुए।भतीजे को हल्दी लगाई और पूरी संस्कृति रीति रिवाज में शामिल हुए।बाद में उन्होंने अपने गांव में भ्रमण किया।गांव वालों ने उनके साथ फोटो खिंचाई और अपनी समस्याओं को भी रखा। सीएम योगी से इस दौरान उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड के कई लोग मिलने के लिए गांव पहुंंचे।सीएम योगी की बहन शशि सिंह ने भाई के दौरे को लेकर खुशी जताते हुए उनके भविष्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम को आगे बढ़ाने की भी बात कही।
यूपी को दिलाई भागीरथी, उत्तराखंड को लौटाई अलकनंदा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो रात अपने पैतृक गांव में बिताने के बाद गुरूवार को कर्मभूमि की तरफ बढ़े। तीसरे दिन अपने मुख्यमंत्री की भूमिका और उत्तराखंड के साथ किए गए वादे को निभाते हुए अलकनंदा घाट के किनारे बना यूपी पर्यटन विभाग के होटल भागीरथी पर्यटक आवास का लोकार्पण किया।अलकनंदा घाट पर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से भागीरथी पर्यटक आवास का निर्माण कराया गया है।ये होटल उत्तर प्रदेश से परिसंपत्तियों के बंटवारे के बाद कराए गए निर्माण के बाद उत्तर प्रदेश को मिला है।इसके बदले उत्तराखंड को उनका होटल अलकनंदा वापस मिल गया है।
सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि उत्तराखंड को अलकनंदा तो यूपी को भागीरथी मिल गई है। जो कि मां गंगा के पर्याय हैं। इस तरह तीसरे दिन जन्मभूमि से कर्मभूमि जाते हुए योगी ने अपने मुख्यमंत्री होने का भी फर्ज निभाया है।