फर्जी कोरोना वैक्सीन बेचने के लिए 3000 वेबसाइट सक्रिय, निदान को SC में याचिका दायर
कोरोना वैक्सीन के आने से पहले ही उसकी काला बाजारी और फर्जी दवाओं की बिक्री का खतरा नजर आने लगा है. इस बाबत सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल हुई है जिसमें फर्जी वैक्सीन की रोक थाम के लिए सरकार को निर्देश देने की गुहार लगाई गई है. याचिका में इंटरपोल की उस रिपोर्ट को आधार बनाया गया है जिसमें अंतराष्ट्रीय स्तर पर कोरोना की फर्जी वैक्सीन की बिक्री का खतरा बताया गया है.

इंटरपोल ने इसी महीने एक ऑरेंज नोटिस जारी कर हर सदस्य देश को इस खतरे से आगाह किया है. इंटरपोल के मुताबिक कुछ अंतराष्ट्रीय गिरोह करोना की फर्जी वैक्सीन और दवा को दुनिया भर में फैलाने में लगे हैं. इसका सबसे ज़्यादा खतरा इंटरनेट से है. कुछ फर्जी कंपनियां अपने वेबसाइट के ज़रिए फर्जी वैक्सीन दुनिया भर में सप्लाई कर सकती है.
इंटरपोल ने 3000 ऐसे वेबसाइट का पता लगाया है जिसके ज़रिए फर्जी वैक्सीन और दवाएं बेची जा सकती हैं. यही नहीं, इनमें से 1700 वेबसाइट के ज़रिए फिशिंग का भी खतरा हो सकता है.