डीएम साहब, कप्तान साहब एक नजर इधर भी

ठंडी सड़क पर जाम लगने का कारण बनी डग्गेमारी करने वाली बसें
18 वर्ष पुराने रजिस्ट्रेशन के साथ साथ बिना बीमा, परमिट, फिटनेस और बिना टैक्स के हो रही जमकर डग्गेमारी
ऑटो चालकों से दबंग बस मालिक आयेदिन करते हैं मारपीट
एटा। शहर में लग रहे जाम से आम जनमानस को काफी राहत भले ही मिली है क्योंकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह लगातार समय निकालकर मुख्य चौराहों पर खड़े होकर ट्रैफिक को संभालते हुए देखें जाते हैं। अगर बात करें ठंडी सड़क की तो उधर जाम से पैदल निकलना दूभर हो गया है एक तरफ टूटी-फूटी गढ्ढे वाली सड़क और ऊपर से दबंग बस मालिकों की बसें सड़क पर खड़े करने के कारण क्योंकि एक साथ कई प्राइवेट डग्गेमार बसें सड़क पर खड़े होकर सवारियां भरती हैं इसके साथ ही डग्गेमार बस मालिकों की गुंडई भी कई बार देखने को मिलती है जब ऑटो व ई-रिक्शा चालक सवारियां ऑटो में बिठाते हैं तो उनके साथ दबंग बस मालिकों द्वारा आयेदिन उनके साथ मारपीट भी की जाती है और अगर को पीड़ित पुलिस में जाने को तैयार होता है तो उसको दबा-धमका कर शांत कर दिया जाता है।
आपको बताते चलें कि कुछ बस डग्गेमार मालिक यातायात नियमों और पुलिस प्रशासन के नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। *क्योंकि 18 वर्ष पुराने रजिस्ट्रेशन की बस बिना बीमा, फिटनेस और परमिट और बिना टैक्स जमा किये धड़ल्ले से चल रही हैं। आखिर ट्रैफिक पुलिस, पुलिस प्रशासन एवं परिवहन विभाग के तमाम चेकिंग अभियान के बाद भी बिना फिटनेस, प्रदूषण, बिना टैक्स के ऐसी वर्षों पुरानी बसें सड़कों पर कैसे दौड़ रही हैं और अगर इन बसों से कोई दुर्घटना होती है तो लोगों के जान-माल के नुकसान की जिम्मेदारी एवं जवाबदेही किसकी होगी पुलिस प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस या परिवहन विभाग की।