
मिर्जापुर समाचार।
मिर्जापुर जिले के अहरौरा बांध के सभी 23 फाटक खोल दिए जाने के बाद, गड़ई नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बांध से अचानक भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से नदी में तेज बहाव देखा जा रहा है, जिससे इसके किनारे बसे दर्जनों गाँवों में बाढ़ का गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
ये गाँव हैं सबसे ज्यादा प्रभावित
नदी के उफान पर आने से जिन गाँवों पर सबसे अधिक खतरा मंडरा रहा है, उनमें जफराबाद, चकबढिया, नई बस्ती, धोबही, करजी, ओडी, गोगहरा, हुसैनपुर, जीगना और बगहीया शामिल हैं। इन गाँवों के निचले इलाकों में पानी घुसना शुरू हो गया है, जिससे लोगों के बीच दहशत का माहौल है। किसानों की फसलें भी डूबने लगी हैं, जिससे भारी नुकसान की आशंका है।
प्रशासन और जनप्रतिनिधि सक्रिय
बाढ़ के खतरे को देखते हुए, प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि तुरंत हरकत में आ गए हैं। उपजिलाधिकारी चुनार ने खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ अपना दल (एस) के जोन अध्यक्ष भगवान दास प्रजापति भी मौजूद थे। उन्होंने गाँव-गाँव जाकर लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी।
प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे नदी के पास न जाएं और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। इसके साथ ही, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एक बचाव टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है। ग्रामीणों को सूचित किया गया है कि यदि जलस्तर और बढ़ता है, तो उन्हें तुरंत सुरक्षित राहत शिविरों में पहुँचाया जाएगा।
यह घटना दर्शाती है कि बांध प्रबंधन और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। प्रशासन और स्थानीय नेता मिलकर इस चुनौती का सामना करने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटे हुए हैं।