
गगरेट। प्रदेश सोशल मीडिया के पूर्व संयोजक देवी लाल सांडिल ने कहा कि आज तक प्रदेश मे जितनी भी पूर्व मे सरकारे रही किसी ने हिमाचल के हक को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री ने जिस दिन से पद की शपथ ली, उसी दिन से ही हिमचलवासियो को उनका हक दिलाने के लिए प्रयास शुरु कर दिये है।
देवी लाल ने कहा कि कड़छम वांगतू जलविद्युत परियोजना व ओबेरॉय ग्रुप द्वारा फाइव-स्टार वाइल्ड फ्लावर के मालिकाना हक का केस सुप्रीम कोर्ट में लंबित था । इन दोनों मामलों में मुख्यमंत्री द्वारा योजनाबद्ध तरीके से सुप्रीम कोर्ट में हक दिलाने का जो कार्य किया गया उसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं सभी जानते हैं कि हिमाचल में अपार प्राकृतिक सम्पदा के भण्डार है तथा उसका दोहन अधिकतर दूसरे राज्य करते रहे। लेकिन आज तक हिमाचल को उसके बदले मे कुछ नही मिला। हालांकि हिमाचल से बड़ी बड़ी नदिया हिमाचल के घने जंगल जिसमे कुदरती जड़ी बूटियां और अन्य कई संसाधन है जिसका फायदा पूरा राष्ट्र उठाता है। प्रदेश के जंगल की देखरेख भी राज्य सरकार करती है और अधिकतर बड़ी नदिया भी हिमाचल की जमीन से बहकर ही जाती है। बहुत से बिजली उत्पादन करने वाले बांध भी इसी राज्य मे लगे है जिसकी एवज में वर्तमान मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश को रॉयल्टी की मांग रखना उचित है देवी लाल सांडिल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बधाई के पात्र है कि उनकी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट मे हिमाचल का पक्ष जोरदार तरीके से रखा तभी सुप्रीम कोर्ट से हिमाचल में स्थापित कड़छम वांगतू जलविद्युत परियोजना से 18त्न रॉयल्टी हिमाचल को अदा करने के आदेश दिया।