अरविंद कुमार ब्यूरो चीफ पीलीभीत
अंग्रेजों के जमाने में बने दो पुल पूरी तरह से बंद, उत्तराखंड जाने वालों के लिए मुश्किल बढ़ी

पीलीभीत से उत्तराखंड पहुंचना अब मुश्किल हो गया है। पूरनपुर तहसील में ब्रिटिश काल में बने हरदोई ब्रांच नहर पर बने तीन प्रमुख पुलों डगा, कलीनगर और चितरपुर की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि दो पुलों को बंद कर दिया गया है। इसमें डगा और कलीनगर पुल शामिल हैं, जबकि चितरपुर पुल पर हाइट गेज लगाकर ओवरलोड वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इससे पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) और उत्तराखंड के खटीमा क्षेत्र तक पहुंचना अब मुश्किल हो गया है।

हरदोई ब्रांच नहर शारदा मुख्य नहर से जुड़ी है। इस पर करीब 250 मीटर लंबे तीनों पुल बने हैं। पूरनपुर तहसील स्थित तीनों पुलों डगा, कलीनगर और चितरपुर का निर्माण आजादी से भी पहले 1925 में हुआ था। तब से आज तक यही पुल उत्तराखंड जाने के लिए आसान रास्ता हैं। लखनऊ से आने वाले वाहन इन्हीं पुलों के जरिए उत्तराखंड के खटीमा जाते हैं। करीब 30 से 40 हजार वाहन रोजाना इन पुलों से गुजरते हैं। अब डगा और कलीनगर पुलों को बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि ये पुल अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं, साथ ही काफी जर्जर भी हो चुके हैं। चितरपुर पुल की हालत भी फिलहाल काफी जर्जर है। पहले डगा पुल पर मार्च माह दरारें आने के बाद इसे बंद कर दिया गया। इसके बाद वैकल्पिक रूप से कलीनगर पुल से लोग आवाजाही करने लगे, लेकिन अब उस पर भी दरारें आ जाने के कारण आवागमन रोक दिया गया है। ऐसे में अब बचा एकमात्र चितरपुर पुल भी पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर पा रहा है। चितरपुर पुल से हाइट गेज लगाकर भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस प्रकार पूरनपुर में हाईवे स्थित पुल की मरम्मत के बाद आवागमन बहाल किया गया, उसी तरह इन पुलों को भी चालू किया जा सकता है, हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इन पुलों की कब तक मरम्मत की जाएगी। डगा पुल के धंसने के चार माह बाद भी इसका निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। शुरू में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता और फिर राज्य सेतु निगम ने संयुक्त सर्वे की बात कही थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्य योजना नहीं बनी है। चितरपुर और कलीनगर पुल की मरम्मत को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है। लोगों को अब नहर की पटरी के कच्चे रास्तों से सफर करना पड़ रहा है, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी हो रही है।
पीलीभीत जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि हरदोई ब्रांच नहर पर बने पुल की मरम्मत संबंधी पत्राचार शासन स्तर पर किया जा रहा है। बजट आते ही पुल के निर्माण और रिपेयरिंग का काम शुरू कराया जाएगा।
आपको बता दें कि शारदा नहर से जुड़ी हरदोई ब्रांच नहर काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। शारदा नहर से पीलीभीत, बरेली, शाहजहांपुर, लखीमपुर, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद और जौनपुर आदि जिलों में लगभग 8 लाख हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होती है।