
इटावा में कथावाचकों के साथ जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण, और निंदनीय है, इस तरह के लोग हर समाज वर्ग और धर्म में होते हैं जो आपसी भाईचारा और सदभाव बिगाड़ने का काम करते हैं
उन लोगों में कुछ को जेल भी भेजा गया , लेकिन जिस तरह से
समाज के एक व्यक्ति के द्वारा किए गए कृत्य को पूरे समाज से जोड़ कर जातिय हिंसा फैलाने का काम हो रहा है यह सबसे बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है आपसी भाईचारा बनाए रखें कानून के हाथ बहुत लम्बे होते हैं