
रिपोर्टर अंशुल शर्मा
नई दिल्ली: भारतीय मीडिया फाउंडेशन (बीएमएफ) ने अपने अखिल भारतीय संगठनात्मक विस्तार और मजबूती की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और पड़ोसी राज्यों हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में ब्लॉक स्तर से लेकर राज्य स्तर तक की समितियों के गठन की प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया है। इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर संगठन की उपस्थिति को मजबूत करना और पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के अधिकारों की प्रभावी ढंग से रक्षा करना है।
केंद्रीय पॉलिसी मेकिंग सुप्रीम कमेटी के केंद्रीय अध्यक्ष करन छौकर ने कहा कि भारतीय मीडिया फाउंडेशन की घोषित संगठनात्मक विस्तार रणनीति के तहत, इन चारों राज्यों में चरणबद्ध तरीके से ब्लॉक, तहसील, जिला और अंततः राज्य स्तर की समितियों का गठन किया जाएगा। इन समितियों में अनुभवी पत्रकारों और सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा, जो अपने-अपने क्षेत्रों में संगठन की नीतियों और उद्देश्यों को आगे बढ़ाएंगे।
इस महत्वाकांक्षी विस्तार योजना के केंद्र में पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प है। फाउंडेशन का मानना है कि लोकतंत्र के ये दो महत्वपूर्ण स्तंभ अक्सर विभिन्न प्रकार के दबावों और उत्पीड़न का शिकार होते हैं। संगठन का लक्ष्य एक ऐसा मजबूत मंच तैयार करना है, जहाँ इन पेशेवर लोगों की आवाज को बुलंद किया जा सके और उनके हितों की रक्षा के लिए सामूहिक रूप से संघर्ष किया जा सके।
इसके अतिरिक्त, भारतीय मीडिया फाउंडेशन इंटरनेशनल मीडिया आर्मी (आईएमए) के नेतृत्व में देश के सभी पत्रकार संगठनों और सामाजिक संगठनों को एक साझा मंच पर संगठित करने की दिशा में भी सक्रिय रूप से काम कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य मीडिया और सामाजिक क्षेत्र में काम कर रहे विभिन्न संगठनों के बीच समन्वय और एकता स्थापित करना है, ताकि वे मिलकर अधिक प्रभावी ढंग से अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।
केंद्रीय पॉलिसी मेकिंग सुप्रीम कमेटी के केंद्रीय अध्यक्ष करन छौकर ने इस महत्वपूर्ण पहल पर ज़ोर देते हुए कहा, “पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं के अधिकारों को लेकर अब जंग का ऐलान करना है। अब किसी भी कीमत पर पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं के ऊपर हो रहे उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने संगठन के विस्तार और मजबूती के लिए सभी सदस्यों से आगामी ज़ूम मीटिंग में शामिल होने और अपने महत्वपूर्ण विचार रखने की अपील की, ताकि एक समावेशी और प्रभावी रणनीति तैयार की जा सके।
संगठन ने अपनी आगे की कार्रवाई की रूपरेखा भी स्पष्ट की है। इसके तहत, प्राथमिक सदस्यता अभियान को और गति प्रदान की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को फाउंडेशन से जोड़ा जा सके। इसके साथ ही, संगठन के विस्तार की प्रक्रिया में सभी वर्तमान सदस्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। फाउंडेशन का मानना है कि सदस्यों की सक्रियता और समर्पण ही इस विशाल लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन का लक्ष्य इंटरनेशनल मीडिया आर्मी के नेतृत्व में एक मजबूत और एकजुट मीडिया समुदाय का निर्माण करना है। इस पहल से न केवल पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित हो सकेगी, बल्कि मीडिया की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। फाउंडेशन का यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब मीडिया और सामाजिक कार्यकर्ताओं को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, और यह उम्मीद की जा रही है कि यह पहल उनके लिए एक सशक्त आवाज और सुरक्षा कवच के रूप में काम करेगी।