
एटा में क्या घुसपैठियों की पहचान हो रही है?
उत्तर प्रदेश के जनपद एटा में एटा पुलिस द्वारा अभी तक घुसपैठियों के लिए किसी भी तरह की सर्च अभियान नहीं चलाया गया है जिससे यह पता चल सके कि जनपद एटा सुरक्षित है।
जबकि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में ऐसे लोगो की पहचान की गई है या कराई जा रही है जो अवैध रूप से भारत के राज्यों में रह रहें है. सूत्र बता रहें है कि कुछ ऐसे भी जनपद एटा में अवैध रूप से घुसपैठिया रह रहें है जिनकी असल पहचान नहीं हो पा रही है।
स्थानीय लोगो का कहना है कि पता ही नहीं चल रहा है कि आखिर यह दुकानों पर रहने वाले लोग कहा से आये हुए है। जबकि दुकानों के मालिक से पूछा जा रहा है तो अपना रिस्तेदार बता रहें है. स्थानीय लोगो को लगता है कि यह स्थानीय भारतीय नहीं है. सचेत लोग यह भी कह रहें है कि ऐसे लोगो को चिन्हित किया जाना चाहिए कि आखिर यह कहा से आये हुए है और क्या पहचान है!!
एटा के मुस्लिम गावों में कई ऐसे परिवार भी आकर बस रहें है जिनकी पहचान न स्थानीय थानो द्वारा कि गई है न इनकी पहचान के लिए किसी भी तरह कि गाइड लाइन स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की गई है।
पहलगाम की घटना के बाद भारत सरकार द्वारा ऐसे लोगो के लिए गाइड लाइन जारी की गई है जो बाहर से भारत में घुसपैठियों के रूप में लम्बे समय से भारत में पैर जमा कर बैठे है।उन सभी को बाहर का रास्ता दिखाना उतना ही जरुरी है जितना जीवन जरुरी है।
पी एस राजपूत
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