
सुलगती भट्टियां और उसका परिणाम गुजरात तक ?
ताज ट्रपेरियम जॉन (टी.टी.जेड.) क्षेत्र घोषित होने के बाद भी जलेसर में प्रदूषण फैलाती भट्टियां सुलग रही है और प्रदूषण फैलाती इन सुलगती अवैध भट्टियों से बना हुआ शोरा गुजरात पहुंचकर विस्फोट कर रहा है।
जलेसर पहुंच चुकी है गुजरात पुलिस
गुजरात के बनासकांठा जिले में हुए विस्फोट में जलेसर के शोरा की उपस्थिति के चलते गुजरात की पुलिस जलेसर आ चुकी है, प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली जलेसर ने जलेसर में गुजरात पुलिस के आने की पुष्टि की है। सूत्रों की मानें तो गुजरात पुलिस उन भट्ठियों की तलाश कर रही है जो विस्फोटक शोरा बना रही हैं ।
जलेसर एसडीएम की कार्यवाही अब तक शून्य
जलेसर में प्रदूषण फैलाती और शोरा बनाती ये सुलगती भट्टियां आम जनमानस और पत्रकारों को तो खूब दिखाई दे रही हैं लेकिन ये भट्टियां इतनी चमत्कारिक हैं कि एसडीएम जलेसर की आंखों से ओझल हैं।
जनता के बोल……
जनता जलेसर की इन सुलगती भट्टियों के खेल को सबसे सटीक जानती और पहचानती है।
जलेसर क्षेत्र में जल प्रदूषण के बढ़ने का एकमात्र कारण ये सुलगती भट्टियां ही हैं लेकिन इन भट्ठियों को रोकने या बंद कराने का कोई प्रभावी प्रयास यदि किया गया होता तो ये गलत काम कब का बंद हो गया होता ।
नाम न छापने की शर्त पर स्थानीय लोगों ने बताया जलेसर से हर साल करोड़ों रुपए का शोरा भारत के कई राज्यों में पहुंचता है और वायु व जल प्रदूषित करने वाल इस अवैध कारोबार को करने वालों ने काली नदी के किनारों पर एटा और कासगंज जिलों में नेताओं को अपना पार्टनर बनाकर कई नई – नई अवैध फैक्ट्रियां खोल रखी हैं , जिससे ये गलत काम करने वाले प्रकृति के दुश्मन दिन दूनी और रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं।