जिम्मेदारों की अजब कहानी सर्व शिक्षा अभियान पर फेरा पानी
एटा में उजाड़ने के बाद पचड़े में पड़ा शिक्षा का मंदिर,अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह

एटा। देश एवं प्रदेश की सरकार भले शिक्षित समाज बनाने के लिये पढ़े बेटियाँ बड़े बेटियाँ, बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ, स्कूल चलो, सर्व शिक्षा अभियान जैसी तमाम योजना और अभियानों को साकार करने को भले प्रयासरत हो लेकिन निचले स्तर पर हालात अच्छे नहीं हैं, कारण भले जो हों लेकिन वास्तविकता पर निष्पक्षता की नजर डालें तक स्थानीय जिम्मेदार अपनी ही सरकार के सपने पर पानी फेर कागजी घोड़े दौड़ने में जुटे हैं। जिसका एक छोटा सा नमूना हैं एटा, जहाँ एक शिक्षा के मंदिर को ध्वस्त करने के बाद उनका निर्माण खटाई में पड़ता प्रतीत हो रहा हैं, जिसकी चर्चा क़ई दिन से सुनी गई। चर्चाओं के अनुसार एटा शहर के जीटी रोड रामदरबार के ठीक सामने प्राथमिक विद्यालय सुभाष चन्द्र बोस नामक सरकारी स्कूल तमाम गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान कराने के बाद स्कूल के बच्चों को अन्य स्कूल में स्थान्तरित कर स्कूल के भवन को जर्जरता के आधार पर ध्वस्त करा दिया गया, लेकिन काफी समय पहले तोड़े गये इस स्कूल का निर्माण अधर में लटका पड़ा हैं, बाकी तोड़े गये स्कूल की भूमि उजड़ा चमन समान पड़ी हैं, जिसे कमाई का जरिया भी बनाने की आशंका हैं ..