
लोकतंत्र के चौथा स्तंभ पर बिहार सरकार का बर्बरता पूर्ण हमला
++(((यह कोई शातिर अपराधी नहीं बल्कि लोकल यूट्यूबर मिथुन मिश्रा हैं। लगातार बाढ़ की अनियमितताओं को लेकर खबर कर रहे थे। मुजफ्फरपुर पुलिस ने हथकड़ी लगाकर जेल में डाल दिया। थाने में कैसे बैठाया है आप देख सकते हैं।
++++आपको अगर लगता है कि पत्रकार मिथुन मिश्रा की गिरफ़्तारी केवल बाढ़ की विभीषिका दिखाने और पीड़ितों का दर्द जनता के सामने लेकर आने के लिए हुई है तो आप नादान हैं।
मिथुन मिश्रा की गिरफ़्तारी की असली वजह ये है कि उन्होंने गाँव-गाँव में ई.साई मिशनरियों द्वारा चलाए जा रहे धर्मांतरण को लेकर आवाज़ उठाई।
उन्होंने अपनी रिपोर्टिंग और वीडियो के जरिए दिखाया कि कैसे मिशनरी गाँवों में पंडाल लगा कर धर्मांतरण कर रहे हैं और हिन्दू देवी-देवताओं के खिलाफ घृणा फैला कर गरीबों, खासकर दलितों को इसका शिकार बना रहे हैं।
अगर अभी हम सब #MithunMishra के समर्थन में खड़े नहीं हुए तो शायद ये ठीक नहीं होगा।
बिहार में किसी की भी सरकार हो, इस तरह की तानाशाही मानसिकता नहीं चलनी चाहिए।
एक पत्रकार को अपने थाने में रस्सी से बाँध कर अपराधियों के बीच बिठाया गया है, ऐसे प्रतीत होता है कि उन्हें टॉर्चर भी किया गया है – ये कहाँ का लोकतंत्र है?.. और कैसी जालिम सरकार है ???शर्मनाक ,, निंदनीय ,, बर्बरता पूर्ण कार्रवाई एक पत्रकार के ऊपर….