दिन प्रतिदिन शहर भर में बढ़ती भिखारियों की तादाद से लोग परेशान:

आखिर नगर निगम कब निभाएगा अपना दायित्व :


सहारनपुर
दिन प्रतिदिन जिले में भिखारियों की तादात बढ़ने से लोग परेशान हैं। एक भिखारी को भीख देने के बाद शेष भिखारी भी भीख लेने के लिए लोगों के पीछे दौड़ पड़ते है जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी लड़कियों और महिलाओं को होती है। जिसमें भिखारी बच्चों को दी गई सख्त ट्रेनिंग के चलते छोटे छोटे बच्चे लड़कियों का पल्लू पकड़कर उनसे भीख मांगते है, जिसके चलते मजबूरन उनसे पीछा छुड़ाने के लिए उन्हें पैसे देने ही पड़ते हैं। क्योंकि आज के समय में एक रुपए से इनका काम नहीं चलता है। ये भिखारी एक रुपए की भीख तो लेते तक नहीं हैं । खास तौर पर यह भिखारी हिंदू व मुस्लिम के नजदीक आते त्योहारों पर झुंड बनाकर अलग अलग इलाकों में निकलते हुए दिखाई देते हैं ।
शहर के सरकारी अस्पताल चौक, नेहरू मार्केट चौक, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, घंटा घर चौक और तो और यह सरकारी दफ्तरों में भी जबरन घुसकर एक पंप्लेंट नुमा छपा हुआ पर्चा कर्मचारियों को दिखाते हैं और उनसे अनाथालय के नाम पर पैसे ऐंठते हैं । इसके अलावा यह लोग झुंड बनाकर कालेजों के आस पास छुट्टी के समय पहुंच जाते हैं और कॉलेज के लड़के और लड़कियों से भी भीख मांगकर उन्हें परेशान करते हैं। जबकि इन भिखारियों पर लगाम लगाने के लिए नगर निगम को इसका दायित्व सौंपा गया है , नगर निगम की जिम्मेदारी है कि यदि कोई व्यक्ति नगर के भीतर किसी सड़क या सार्वजनिक स्थान में लोगों को तंग करके भिक्षा मांगता है अथवा दान की भावना जागृत करने के उद्देश्य से किसी कुरुपता का या रोग या दुर्गंध युक्त घाव या ब्रण को खुला रखता है या प्रदर्शित करता है तो उस भिखारी को अपराधी ठहराए जाने पर उसे कारावास का दंड दिया जा सकता है, जो एक महीने तक हो सकता है या जुर्माना किया जा सकता है जो ₹50 तक हो सकता है या दोनों ही दंड दिए जा सकते हैं । लेकिन यह तभी संभव हो पाएगा जब नगर निगम अपने कर्तव्य निष्ठा का पालन करते हुए उन पर लगाम लगाने का प्रयास करेगा। अब बड़ा सवाल यही है की क्या शहर भर में भीख मांगने वाले भिखारियों का नगर निगम के पास ऐसा कोई रिकॉर्ड मौजूद है, अगर ऐसा कोई डाटा नगर निगम के पास मौजूद है तो शहर भर में भीख मांगने वाले भिखारियों पर अब तक क्या कार्रवाई अमल में लाई गई है ।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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