
#Lucknow….
यूपी पंचायत चुनाव 2020
यूपी में टल सकता है प्रधान का इलेक्शन
जल्द फैसला लेगी योगी सरकार
◾यूपी सरकार ने चुनाव आयोग को अब तक चुनावी प्रक्रिया के संबंध में कोई गाइड लाइन जारी नहीं की
◾यूपी में ग्राम प्रधान समेत सभी पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 15 दिसंबर को हो रहा समाप्त
◾माना जा रहा है कि पंचायत चुनाव अगले साल 2021 में कराए जा सकते हैं
◾ग्राम प्रधानों को ही प्रशासक बनाकर उनसे विकास कार्य करवाया जा सकता है
कोरोना महामारी के चलते यूपी में पंचायत चुनाव 2020 का टलना लगभग तय है। चूंकि यूपी में ग्राम प्रधान समेत सभी पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 15 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि पंचायत चुनाव अगले साल 2021 में कराए जा सकते हैं।
यूपी में ग्राम प्रधान समेत सभी पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 15 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि पंचायत चुनाव करीब छह महीने तक के लिए स्थगित किए जा सकते हैं। इस दौरान मौजदा ग्राम प्रधानों को ही प्रशासक बनाकर उनसे विकास कार्य करवाया जा सकता है। दरअसल वर्तमान पंचायतों का कार्यकाल 25 दिसंबर को पूरा हो रहा है। ऐसे में अक्टूबर-नवंबर में पंचायत का चुनाव करवा पाना प्रशासन के लिए काफी मुश्किल है। क्योंकि प्रधानी के चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को कम से कम छह माह का समय चाहिए। वहीं एक सितंबर से मतदाता सूची पुनरीक्षण के कार्य के लिए चुनाव आयोग ने जो आदेश जारी किया था उसे भी शुक्रवार को वापस ले लिया गया था। जानकारी के मुताबिक, यूपी चुनाव आयोग के अपर निर्वाचन आयुक्त वेदप्रकाश वर्मा ने 19 अगस्त को एक सितंबर से पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण के संबंध में जिलों को पत्र भेजा था लेकिन 21 अगस्त को इस पत्र को वापस ले लिया गया था। इस बारे में आयोग की तरफ से कहा गया कि यह पत्र त्रुटिवश जारी हो गया है