
एटा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली तथा उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ से निर्देशों के अनुपालन में माननीय जनपद न्यायाधीश दिनेश चन्द की अध्यक्षता में आज दिनांक 14.09.2024 को दीवानी न्यायालय एटा, ग्राम न्यायालय अलीगंज व कलेक्ट्रेट तथा समस्त तहसील न्यायालयों के परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसका शुभारम्भ प्रातः 10:30 बजे जनपद न्यायाधीश एटा दिनेश चन्द, जिलाधिकारी एटा प्रेम रंजन सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा श्याम नारायण सिंह द्वारा सरस्वती प्रतिमा का माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर दिनेश चन्द, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एटा, श्रीमती अनीता राज, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय एटा, अहमद उल्लाह खाँ, पीठासीन अधिकारी, एम०ए०सी०टी०, दिनेश कुमार शर्मा-III, अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत, वेद प्रिय आर्य, उपजिलाधिकारी एटा तथा सुश्री प्रीती श्रीवास्तव, वीर भद्र, अली रज़ा, विकास गुप्ता, शशी भूषण कुमार शाण्डिल, उत्कर्ष यादव, निशान्त शाविया, श्रीमती सारिका गोयल, कमालुद्दीन, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एटा, शीलवंत एवं सुधा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एटा तथा अनिल कुमार-XI, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एटा, अनिल कुमार-VI, मंगल देव सिंह, श्रीमती कामायनी दुबे, युगल चन्द्र चौधरी, श्रीमती सुरेखा, श्रीमती चारू सिंह, श्रीमती अंचल राना, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्रीमती प्रियंवदा चौधरी, रजत शाहू, अमित मणि त्रिपाठी, आशुतोष खरवार, सिविल जज एटा, अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट एटा, अभिषेक कुमार-II, अपर सिविल जज (जू०डि०)/किशोर न्याय बोर्ड एटा, अश्वनी कुमार-II, अर्पित त्यागी, मोहित कुमार, सचिन कुमार, सुश्री गरिमा आर्या, सुश्री आंचल मलिक, अपर सिविल जज, योगेश उपाध्याय, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट एटा आदि न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण व सुरक्षाकर्मी आदि उपस्थित रहे।
साथ ही इस राष्ट्रीय लोक अदालत में श्रीमती अनीता राज, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, एटा द्वारा दो पारिवारिक वाद क्रमशः 1. श्रीमती काजल बनाम् आकाश 2. श्रीमती विपनेश कुमार बनाम् करन सिंह उर्फ बन्टी में आपसी सहमति से समझौता कराकर दोनों पक्षकारों ने एक-दूसरे को पुष्पमाला पहनाकर आशीर्वाद लेकर प्रसन्नतापूर्वक घर के लिए विदा ली।
जनपद न्यायाधीश दिनेश चन्द, एवं जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह के द्वारा कुल 11दिव्यांग व्यक्तियों को पुष्पमाला पहनाकर ट्राई-साईकिल एवं अन्य जरूरी उपकरणों का वितरण किया गया।
उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 62894 वाद सूचीबद्ध थे, जिसमें से लगभग कुल 47547 वादों का निस्तारण किया गया जो इस जनपद की अब तक की राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित किये गये वादों की अधिकतम संख्या है और इस जनपद के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय द्वारा कुल-23 परिवारिक मामलों का सुलह-समझौता के आधार पर निस्तारण किया गया। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना प्रतिकर अधिकरण द्वारा कुल 112 वादों का निस्तारण किया गया व मु०-39264268/- रूपये की क्षतिपूर्ति दिलवायी गयी। विशेष न्यायाधीश ई०सी० एक्ट द्वारा लगभग कुल 211 वादों का निस्तारण किया गया, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 3205 मामलों का निस्तारण किया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कक्ष संख्या-17 द्वारा कुल 454, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कक्ष संख्या-18 द्वारा कुल 552 मामलों का निस्तारण किया गया। सिविल जज (सी०डि०), जलेसर द्वारा कुल 502 मामलों का निस्तारण किया गया, न्यायिक मजिस्ट्रेट, एटा द्वारा कुल 606 मामलों का निस्तारण किया गया। अपर सिविल जज (जू०डि०), कक्ष संख्या-22 द्वारा कुल 252 मामलों का निस्तारण, न्यायाधिकारी, ग्रामीण न्यायालय, अलीगंज, एटा द्वारा कुल 611 मामलों का निस्तारण व सिविल जज (जू०डि०), जलेसर द्वारा कुल 225 मामलों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त समस्त राजस्व एवं चकबन्दी न्यायालयों द्वारा कुल 39775 लम्बित / प्री-लिटीगेशन वादों का निस्तारण किया गया और सभी बैंकों के द्वारा कुल 486 ऋण वसूली वादों से सम्बन्धित मामलों का निस्तारण किया गया और कुल मुवल्लिग- 57716000/- रूपये बैंकों द्वारा आज वसूल किये गये।