भारतीय तिरंगें से इंशानों से अधिक बंदरों को हैं प्यार

एटा – एटा 15 अगस्त स्वाधीनता दिवस पर जनपद एटा में गजब नजारा देखने को मिला जिसे देखकर इंशान को इन तीन बंदरों से सीख लेनी चाहिये। इन्शान तिरंगें को अपमानित करने से बाज नहीं आता। वही जानबर कहे जाने बाले इन तीन बंदरों ने साबित कर दिया कि तिरंगा एवं देश से हमें भी प्यार हैं। जो देश की आन वान शान हैं। इन्शान तिरंगा लगाने के बाद उसे उतारना एवं उसे संयमित तरीके से रखने के बजाय उसे कूड़े कचरे की तरह फेंक देता हैं। जो तिरंगें का अपमान हैं। तिरंगा हमारे देश की शान हैं। जिसे पाने के लिये हमारे देश के वीर सपूतों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर अपने खून से सींचा था। आज उन वीर सपूतों की याद में आंखें नम हो जाती हैं। उन वीर सपूतों ने कितनी यातनाएं झेलीं जब देश को आजादी मिली। आज भारत वासी स्वम् को स्वत्रन्त्र महसूस कर गर्व करता। किन्तु तिरंगें कूड़े, कचरे,एवं सड़कों पर फेंक देते हैं। जो हमारे देश के तिरंगे का अपमान हैं। हमें तिरंगें को अपमान करने से बचना होगा। जिसके लिए हम सब को जागरूक होना अति आवश्यक हैं। तिरंगें को उतार कर जमीन गढ्ढा करके गाड़ देना सबसे आसान एवं सफल तरीका। हमें प्रण लेना चाहिये कि हम तिरंगें अपमान नहीं होने देंगें ।