एटा-कासगंज रेल लाइन विस्तार नहीं हो पा रहा
एटा, । जिले जनता पिछले पांच दशक से लगातार एटा-कासगंज रेल लाइन विस्तार की मांग करती आ रही है।

हर बार वादे एवं सर्वे कार्य तक ही इस रेल लाइन का विस्तार सिमट कर रह जाता है। एटा-कासगंज के बीच 29 किमी लंबी रेल लाइन बन जाने से न केवल एटा बल्कि कासगंज एवं बरेली सहित पूर्वोत्तर भारत के सैकड़ों जिलों की भी रेल सुविधा और भी सरल व सुगम हो जाएगी।
एटा-कासगंज रेल लाइन विस्तार के लिए जिले के कई आराजनीतिक संगठनों एवं जनता ने संयुक्त रूप संघर्ष किए। सैकड़ों बार दिल्ली पहुंचकर संसद भवन, रेल मंत्रालय और जंतर मंतर के बाहर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे। एटा-कासगंज के बीच रेल लाइन विस्तार के का सर्वे कार्य हुआ। एटा-कासगंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद राजवीर सिंह जिले की जनता को कई बार एटा-कासगंज रेल लाइन विस्तार के लिए बजट स्वीकृत होने की भी बात कर चुके है। जबकि उत्तर मध्य एवं पूर्वोत्तर रेल मंडल के रेल अधिकारी इस रेल लाइन विस्तार के लिए कोई भी बजट स्वीकृत नहीं होने की हर बार बात करते आ रहे है।