बरेली में दंगा होने से बचाने वाले आईपीएस को आखिर ट्रांसफर का ईनाम क्यों ?

बरेली में कांवड़ियों पर लाठीचार्ज कराने वाले पूर्व एसएसपी आईपीएस प्रभाकर चौधरी के ट्रांसफर का मामला अब तूल पकड़ रहा है. सोशल मीडिया से लेकर आमजन तक योगी सरकार के इस फैसले को गलत बता रहे हैं. लोगों का कहना है कि जिस आईपीएस अधिकारी ने बरेली में दंगा होने से बचा लिया, सरकार ने उसे इनाम में ‘ट्रांसफर’ दिया. आमजन के साथ-साथ खुद प्रभाकर चौधरी के पिता पारस नाथ चौधरी भी नाराज हैं. उनका कहना है कि वह 40 साल से बीजेपी से जुड़े हैं, लेकिन अपनी ही सरकार में बेटे के बार-बार ट्रांसफर से उनका मोहभंग हो गया है. अब वह बीजेपी को वोट नहीं करेंगे. यह बात भी सही है कि बरेली में यदि प्रभाकर चौधरी तुरंत कार्रवाई नहीं करते तो वहां हालात आज हरियाणा जैसे होते। प्रभाकर चौधरी की गिनती देश के सबसे शानदार आईपीएस अधिकारियों में होती है।