
जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने शालिनी सिंह और उमेश तिवारी के नेतृत्व में मजदूर एवं ग्रामीणों के समस्या के निराकरण के लिए दिया 5 सूत्री मांग
कहा अगर 10 दिन के अन्दर समस्या का निराकरण न हुआ तो हम सड़कों पर उतर कर करेंगे घेराव..
बाँदा— ग्राम पल्हरी जो की विधानसभा नरैनी के अंतर्गत आता है, जब शालिनी सिंह गाँवों वालों का हाल जानने भ्रमण के लिए गाँव पहुंची, तो ग्राम वासियों ने अपने दर्द को बाताया की किस तरह हम 21वीं में पहुँच कर भी बदहाली में जीवन जीने को मजबूर हैं| ग्राम वसियों द्वारा बताया गया की हमारे यहाँ न तो पक्की सडके एवं न ही पक्की नालियां हैं| नालियों का पानी सडको में बहता हैं | बच्चे, बूढ़े नौजवान सभी लोग को आने जाने में भारी समस्या हैं |
इसी प्रकार ब्लाक नरैनी के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पौहार के ढिमरौँहा पुरवा में रविवार को जनता की समस्या सुनने वा निराकरण कराने के लिए ग्राम वासियों से मिलने गए जेडीयू नेत्री शालिनी सिंह पटेल, जेडीयू मीडिया प्रभारी उमेश तिवारी, वकील खान को खनती खोदने वाले मजदूरों ने बताया उन्हें एक साल से उनकी मजदूरी नहीं दी गयी| वो बार बार गांव के प्रधान सुनीता के पास अपनी मजदूरी के लिए गुहार लगायी। ग्राम प्रधान के पति जब उनके गांव कई बार आए तो हर बार बोला गया अभी पैसा नहीं बाद में या मिलेगा तो कई बार मिली सिर्फ धमकी।
वहीं गांव में एक हैंडपम्प महीनों से बिगड़ा पड़ा है जो तकरीबन आधा सैकड़ा ग्रामवासीयों की प्यास बुझाता था. मौजूदा हालात में ग्रामीणों को पीने एवं दैनिक कार्यों के लिए लगभग 1किमी से पानी लाना पड़ रहा है, सबसे अद्भुत बात की इस गांव में पक्की सडके तो एक भी नहीं हैं, और नाली का नामो निसान ही नहीं हैं. पानी सड़कों पर बह रहा रहा हैं। लोग आज भी कच्चे खपरेल वाले घरों में रह रहें हैं। एक आध को कालोनी मिल गई हो भूल से तो नहीं कह सकते नहीं जहाँ स्वच्छता का मिशन गाँधी जी ले के आए थे और उसी मिशन पर आज के तमाम नेताओं ने राजनीति की उसके परखच्चे उड़ाते हुए ऐसे कई गांव हैं। जहाँ आज भी लोग लोटा लेकर खेत में जाने पर मजबूर हैं। एक तरफ नारा लिखें हुए दिखते हैं बहन बेटियां दूर ना जाएं शौचालय घर में बनवाएं। और दूसरी तरफ इन ग्रामीणों को शौचालय के नाम पर एक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली। उमेश तिवारी ने बताया ऐसा लगता है मानो हम बदौसा से 15 किमी दूर गांव नहीं हम 100-200 साल पीछे चले आए हैं। क्या यहाँ पर कभी वोट मांगने जन प्रतिनिधि नहीं आए होंगे तब उन्हें ये दिखा होगा की नहीं। अखबारों में न्यूज़ चैनलों में विज्ञापन छप रहें हैं इतने करोड़ लोगों को आवास मिला, घर घर शौचालय बन गए तो ये लोग इस गोला के प्राणी नहीं हैं क्या। जेडीयू के लोगों ने कहा कि समस्या इतनी हैं कि अगर लिखी जाए तो अख़बार में जगह कम पड़ जाएगी। मगर 9 साल के अमृतकाल के पम्पलेट में आल इस वेल है
इन्ही समस्याओं को देखते हुए जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल, जेडीयू मीडिया प्रभारी उमेश तिवारी अपने कार्यकर्ताओं सहित उनके निराकरण के लिए आज खण्ड विकास अधिकारी एवं उप विभागीय अधिकारी से मिले और मांग पत्र देते हुए कहा की अगर 10 दिन में निस्तारण नही हुआ तो समस्त जेडीयू के सिपाही सड़क पर निकल घर घेराव करेगी |